कांग्रेस विधायक का ट्वीट: भूखे पेट HEC रांची के कर्मियों ने चंद्रयान 3 के उपकरण बनाए, कब उनकी पीड़ा महसूस करेगी सरकार


धनबाद(DHANBAD): झारखंड के महागामा से कांग्रेस विधायक दीपिका पांडे सिंह ने ट्वीट किया है कि झारखंड स्थित एचईसी के कर्मचारियों ने चंद्रयान 3 के उपकरण बनाएं ,लेकिन विडंबना देखिए श्री नरेंद्र मोदी जी, इन कर्मचारियों को 17 माह से वेतन नहीं मिला है. देश के प्रति इनके जज्बे को सलाम. चंद्रयान 3 के प्रक्षेपण को लेकर हर ओर उल्लास है लेकिन क्या किसी ने विचार करने का प्रयास किया कि जिन्हें 17 माह से वेतन नहीं मिला, उनकी और उनके परिवार के अन्य सदस्यों की पीड़ा कैसी होगी.
झारखण्ड स्थित HEC के कर्मयोगियों ने चंद्रयान -3 के उपकरण बनाए। लेकिन विडंबना देखिए श्री @narendramodi जी इन कर्मयोगियों को 17 माह से वेतन नहीं मिला है।
— Dipika Pandey Singh (@DipikaPS) July 14, 2023
देश के प्रति इनके जज्बे को सलाम। चंद्रयान के प्रक्षेपण को लेकर हर ओर उल्लास है, लेकिन क्या किसी ने विचार करने का प्रयास किया… https://t.co/L4X0gyzFIm pic.twitter.com/Q8zEwxrJsw
आर्थिक संकट से जूझ रहा HEC
जानकारी के अनुसार झारखंड का प्रसिद्ध हैवी इंजीनियरिंग कारखाना फिलहाल आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है. वैसे तो chandrayaan-3 शुक्रवार को जैसे ही लांच हुआ, झारखंड के लोगों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया. होना भी लाजमी था, क्योंकि जिस लॉन्चिंग पैड से chandrayaan-3 ने उड़ान भरी, उसका डिजाइन रांची स्थित मेकॉन कंपनी ने किया है और इसका निर्माण हैवी इंजीनियरिंग कारपोरेशन ,एचईसी ने किया है. पिछले साल ही लॉन्चिंग पैड सहित अन्य उपकरणों की आपूर्ति की गई थी. HEC फिलहाल गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है .यहां के कर्मचारियों को कई महीनों से वेतन नहीं मिला है. कर्मचारियों को 14 महीने से और अधिकारियों को 18 महीने से वेतन नहीं मिला है. कंपनी के 80% काम वर्किंग कैपिटल की कमी से बंद है. अभी भी कंपनी के पास 1000 करोड़ का आदेश है लेकिन वर्किंग कैपिटल नहीं होने के कारण नए काम के लिए कच्चा माल तक उपलब्ध नहीं है.
भूखे पेट कर्मचारियों ने प्रोजेक्ट किया पूरा
वेतन नहीं मिलने के कारण पिछले 3 साल में एक सौ से अधिक काबिल इंजीनियर और करीब 500 कर्मचारियों ने काम छोड़ दिया है. वेतन की मांग को लेकर कर्मचारी पिछले कई सालों से आंदोलन कर रहे हैं. कई बार प्लांट बंद कराया, उत्पादन तक ठप कराया लेकिन chandrayaan-3 प्रोजेक्ट पर काम कर रहे कर्मचारियों को कभी काम करने से मना नहीं किया. वह कहते रहे कि देश भक्ति से कभी समझौता नहीं कर सकते. chandrayaan-3 राष्ट्र के गौरव से जुड़ा है. इसलिए खाली पेट रह कर भी इस प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करेंगे. और हुआ भी ऐसा ही. अब तो कर्मचारियों ने अपना फर्ज अदा कर दिया है. अब सरकार की बारी है. देखना है कि सरकार की नजर इस प्रतिष्ठित एचईसी पर कब पड़ती है और कर्मचारियों के दिन कब जाकर सुधरते हैं.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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