जमशेदपुर में संथाली भाषा दिवस का भव्य आयोजन, समापन समारोह में शामिल होंगी राष्ट्रपति


जमशेदपुर (JAMSHEDPUR): जमशेदपुर में संथाली भाषा और संस्कृति का सबसे बड़ा उत्सव आयोजित होने जा रहा है. ओलचिकी लिपि के 100 वर्ष पूरे होने पर इस बार संथाली भाषा दिवस को विशेष और ऐतिहासिक रूप से मनाया जाएगा. इस अवसर पर 22 से 29 दिसंबर तक अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
इस आयोजन का समापन समारोह 29 दिसंबर को परसुडीह थाना क्षेत्र के करनडीह स्थित जाहेरथान परिसर में होगा. खास बात यह है कि समापन समारोह में देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगी. यह पहली बार होगा जब करनडीह क्षेत्र में किसी राष्ट्रपति का आगमन होगा.
ऑल इंडिया संथाली राइटर्स एसोसिएशन के महासचिव रविंद्र नाथ मुर्मू ने बताया कि राष्ट्रपति इस मौके पर देश के प्रमुख संथाली साहित्यकारों को सम्मानित करेंगी और संथाली भाषा व संस्कृति के भविष्य पर अपने विचार रखेंगी.
आठ दिनों तक चलने वाले इस समारोह में नारी चेतना, समाज में महिलाओं की भूमिका, शहरीकरण का संथाली भाषा पर प्रभाव, डिजिटल दौर में संथाली भाषा की संभावनाएं और कवि सम्मेलन जैसे कई कार्यक्रम होंगे. मुख्य आयोजन 27, 28 और 29 दिसंबर को होगा.
राष्ट्रपति के आगमन को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने जाहेरथान परिसर का निरीक्षण किया है और आयोजन समिति के साथ सुरक्षा व व्यवस्था को लेकर बैठक की है. आयोजकों के अनुसार, समापन समारोह में सीमित लोगों को ही प्रवेश मिलेगा और इसके लिए पहले से रजिस्ट्रेशन जरूरी होगा.
ओलचिकी लिपि के सौ साल पूरे होना संथाली समाज के लिए गर्व का विषय है. राष्ट्रपति की मौजूदगी इस आयोजन को राष्ट्रीय पहचान दिलाने वाली मानी जा रही है.
रिपोर्ट: रंजीत ओझा
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