चाईबासा (CHAIBASA) : जहां एक तरफ देश चाँद तक पहुंच गया है वहीं दूसरी तरफ लोग आज भी डायन, चुड़ैल जैसी चीजों को सच मान कर बैठे है. नोआमुंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत सारबिल गांव में एक ऐसा परिवार है जिसे डायन करार देकर गांव छोड़ने पर मजबूर कर दिया गया.अब यह परिवार इतना डरा हुआ है कि अभी तक ये लोग अपने घर लौटने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहें है. कुछ समाजसेवियों द्वारा समझा-बुझाकर अपने गांव सुरक्षित लौटने का भरोसा दिया है. आश्वासन मिलने के बात पीड़ित व्यक्ति ने बीबी तथा चार छोटे-छोटे बच्चों के साथ अपना गांव लौटने का मन बनाया. परिवार के साथ गांव लौटकर गांव के मुंडा तथा डाकुआ के पास जाकर घर पर लगे ताले को खुलवाने की बात कही गई.
थाने में बुलाकर करवाया गया समझौता
इस परिवार का मुखिया दुगा लागुरी मंगलवार को अपने रिश्तेदार के साथ चाईबासा आया था. इस पीड़ित परिवार का मुखिया दुगा लागुरी तथा उनकी पत्नी सूर्यमणि लागुरी कुछ दिनों पूर्व अपने चार नाबालिग छोटे-छोटे बच्चों को लेकर पुलिस अधीक्षक के दरबार में न्याय के लिए पहुंचकर आरोपियों के विरुद्ध लिखित रूप से शिकायत पत्र सौंपा था. जिसके बाद एसपी के निर्देश पर नोवामुंडी थाना प्रभारी ने दोनों पक्षों को थाना में बुलाकर समझौता कराया. लेकिन यह पीड़ित परिवार अभी भी थाना में हुई समझौते पर भरोसा नहीं है.
घर छोड़ने पर मजबूर हुआ परिवार
पीड़त की पत्नी पर पर डायन का आरोप लगा था. दिनांक 09 मार्च 2023 को इन सभी लोगों ने पीड़ित परिवार के घर आकर घर पर ताला लगा दिया. जिस कारण तब से यह पीड़ित परिवार डर कर गांव छोड़ दूसरे गांव में शरण ले रखा है. वहींउक्त लोगों द्वारा यह भी धमकी दिया गया कि यदि नोवामुण्डी थाना जाओगे, तो वहां हमारे आदमी इंतजार में है.जहां पायेंगे, वहीं तुम लोगों को जान से मार देंगे.
रिपोर्ट: संतोष वर्मा
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