DHANBAD: अधिकारी करें भी क्या, सड़क साफ़ कराये तो नेता नाराज, नहीं कराये तो जनता


धनबाद(DHANBAD) : अतिक्रमण के कारण धनबाद शहर की सड़कें चलने लायक नहीं होती. अतिक्रमण भी इतना अधिक निर्मम ढंग से किया जाता है कि सड़क पर गाड़ियों की बात कौन कहे, पैदल चलना भी पहाड़ चढ़ने के समान होता है. सड़कों के दोनों ओर दुकानें लगा दी जाती हैं, फिर वाहन खड़े कर दिए जाते हैं. ऐसे में आम यात्री या वाहन चालक करें तो क्या करें. पार्किंग की शहर में कोई ठोस व्यवस्था नहीं है. पार्किंग जोन बनाने की बातें तो हुई लेकिन इसे अमलीजामा कभी नहीं पहनाया गया. नतीजा है कि शहर की सभी प्रमुख सड़कें अपने मूल आकार को भूल चुकी है. अतिक्रमण हटाने वाले अधिकारी भी क्या करें, जब वह अभियान शुरू करते हैं तो राजनीति उसमें घुस जाती है. कोई ना कोई हस्तक्षेप होने लगता है.
शनिवार को बेकारबांध इलाके से हटा था अतिक्रमण
शनिवार को शहर के व्यस्ततम बेकारबांध इलाके में निगम के अधिकारियों ने अतिक्रमण हटाया. कुछ घरों को सील भी किया. प्रभावित लोग भागे-भागे धनबाद के विधायक राज सिन्हा के पास पहुंचे और उनसे हस्तक्षेप की मांग की. विधायक जी भी क्या करते, आखिर अतिक्रमण करने वाले दुकानदार भी तो उनके वोटर हैं. विधायक राज सिन्हा रविवार को प्रभावित इलाके में पहुंचे. उप नगर आयुक्त से बात की. अनुरोध किया कि त्योहारी सीजन में उन्हें परेशान नहीं किया जाये. दौरे के क्रम में विधायक ने यह स्वीकार किया कि अतिक्रमण इस ढंग से कर लिया जाता है कि सड़कें चलने लायक भी नहीं होती. उन्होंने हीरापुर हटिया, पुलिस लाइन, बेकार बांध इलाके का नाम गिनाया.
दुकानदारों को भी विधायक की खरी-खरी
उन्होंने दुकानदारों से कहा कि आप भी ऐसा कोई काम नहीं करें, जिससे यातायात व्यवस्था प्रभावित हो. बता दें कि दुकानदारों की आदत है कि उंगली पकड़कर पहुंचा पकड़ लेने की, बैठने की जगह मिली नहीं कि उसे परमानेंट स्ट्रक्चर बना लेते हैं. चुकि, बाजार के अगल-बगल में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं होती, इसलिए भी खरीदार अपने वाहनों को दुकानों के अगल-बगल खड़ा कर देते है. ऐसे में सड़कें जाम हो जाती हैं, हर जगह ट्रैफिक पुलिस देना अथवा रोज अतिक्रमण हटाना किसी विभाग के लिए संभव भी नहीं है. ऐसे में दुकानदारों को भी ख्याल रखना होगा कि सड़कें सबके लिए है, विधायक ने दुकानदारों को भी सावधान किया कि यातायात व्यवस्था को प्रभावित नहीं करे. साथ ही उन्होंने निगम से भी कहा कि फंड की कोई कमी नहीं है, आप वेंडर जोन बनाइए और उनमें दुकानदारों को शिफ्ट करिए, जिससे यातायात व्यवस्था भी सुचारू ढंग से चलेगी और दुकानदारों को भी कोई तकलीफ नहीं होगी.
रिपोर्ट: शांभवी सिंह, धनबाद
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