दुमका: जब एक फेसबुक पोस्ट रजनी मुर्मू के लिए बना मुसीबत, तो रुकने और झुकने के बजाय चुना स्वाभिमान का रास्ता, पढ़ें रजनी ने ऐसा क्या लिखा जिससे मचा बवाल  

लगभग 2 वर्ष पूर्व संथाल परगना ही नहीं झारखंड में एक नाम अचानक सुर्खियों में आया था.वह नाम है गोड्डा कॉलेज के तत्कालीन असिस्टेंट प्रोफेसर रजनी मुर्मू का.रजनी अपनी बेबाक अंदाज के लिए जानी जाती है.वर्ष 2022 में संथाल समुदाय का सबसे बड़ा पर्व सोहराय पर उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक छोटा सा आर्टिकल लिखा.छोटा आर्टिकल इतना बड़ा मुद्दा बन गया कि सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय द्वारा रजनी मुर्मू को फोर्सफूली लीव पर भेज दिया गया.रजनी को जब लगा कि उसके साथ विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से न्याय नहीं किया गया तो न्याय की आस में उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.

दुमका: जब एक फेसबुक पोस्ट रजनी मुर्मू के लिए बना मुसीबत, तो रुकने और झुकने के बजाय चुना स्वाभिमान का रास्ता, पढ़ें रजनी ने ऐसा क्या लिखा जिससे मचा बवाल