दुमका(DUMKA): राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा नशे के विरुद्ध युद्ध अभियान की शुरुआत की गई है. दुमका में इस अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से बाल कल्याण समिति की टीम ने चेयरपर्सन डॉ अमरेंद्र कुमार के नेतृत्व में शहर के कई विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में विद्यालय में लगे सीसीटीवी को देखा ताकि पता चल सके कि विद्यालय आने वाले बच्चे अगर छिपकर भी नशा करते मिल जाते हैं तो उनके बीच जागरूकता अभियान चलाया जा सके. इसी कड़ी में टीम ने संत जोसफ विद्यालय में लगे सीसीटीवी को देखा, जिसमें 5 सीसीटीवी बंद रहने पर उसे चालू कराने का निर्देश दिया. साथ ही विद्यालय की चारदीवारी टूटी रहने पर उसे भी ठीक कराने का निर्देश दिया. वहीं सिदो कान्हू उच्च विद्यालय पहुंचकर बच्चों से बात की. सीसीटीवी को भी देखा.
काफी संख्या में नशे की गिरफ्त में जा रहे बच्चे
जानकारी देते हुए सीडब्ल्यूसी चेयरपर्सन डॉ अमरेंद्र कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा नशे के विरुद्ध युद्ध अभियान चलाया गया है. उन्होंने कहा कि काफी संख्या में बच्चे नशे की गिरफ्त में जा रहे हैं. बहुत से बच्चे वैकल्पिक नशा का प्रयोग कर रहे हैं. जिसमें स्कूली छात्रों की संख्या काफी ज्यादा सामने आ रही है. उन्होंने कहा कि विद्यालय या विद्यालय से बाहर अगर 18 वर्ष से कम उम्र के बालक नशा करते मिलते हैं तो उनके बीच जागरूकता अभियान बाल कल्याण समिति द्वारा चलाया जाएगा. उन्होंने स्कूल संचालकों और दुकानदारों से अपील की कि अगर बच्चे इस तरह का सामान बार-बार लेने आते हैं तो सीडब्ल्यूसी को इसकी सूचना दें.
उन्होंने कहा कि दुकानदारों को भी यह समझना चाहिए कि अगर एक ही बच्चे बार-बार नशा के वैकल्पिक सामान लेने आते हैं तो निश्चित रूप से वह बालक उसका उपयोग नशा के रूप में करने वाले हैं. अगर सीडब्ल्यूसी को समय रहते इसकी सूचना मिल जाती है तो जागरूकता अभियान चलाकर वैसे बच्चों को नशे की गिरफ्त से दूर किया जा सकेगा.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका
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