देवघर(DEOGHAR): एक बार फिर से जिला प्रशासन और गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे आमने-सामने हो गए हैं. मामला है शिवरात्रि के अवसर पर निकलने वाली शिवबारात का. जिला प्रशासन द्वारा पुराने ही रूट पर शिव बारात निकालने का आदेश जारी किया गया है. इस दौरान श्रद्धालु और शिव बारात में आने वाले लोगों पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से कुछ पाबंदियां भी लगाई गई है.
गौरतलब है कि पिछले 2 साल से कोरोना के कारण शिव बारात का आयोजन नहीं हुआ था. लेकिन इस वर्ष महाशिवरात्रि पर शिवरात्रि महोत्सव समिति द्वारा भव्य शिव बारात निकालने का निर्णय लिया गया है और उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार शिव बारात में रिकॉर्ड तोड़ भीड़ उमड़ेगी. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा रूट लाइन में पुख्ता व्यवस्था की गई है. सभी होटलों को तय कीमत पर ही कमरा उपलब्ध कराने का निर्देश जारी किया गया है. काफी जर्जर भवन पर नहीं चढ़ने की अपील जिला प्रशासन द्वारा की गई है. उस दिन पूजा अर्चना के लिए बाबा मंदिर में भीड़ उमड़ने की संभावना को लेकर vip दर्शन पर पाबंदी लगा दी गई है. वहीं शिव बारात वाली रूट लाइन के अलावा अन्य स्थानों से बारात ले जाने की संभावना को देखते हुए उस स्थान पर निषेधाज्ञा लागू की गई है ताकि किसी प्रकार की कोई भी लॉ एंड ऑर्डर की समस्या उत्पन्न ना हो. इस वर्ष नई समिति द्वारा शिव बारात निकाली जाएगी, जो पुराने रुट लाइन के अलावा अन्य स्थानों से निकालने का मन बनाई है.
आमने-सामने जिला प्रशासन और सांसद
प्रशासन द्वारा पुराने रूट से ही बारात निकालने का आदेश जारी किया गया है. लेकिन शिवरात्रि महोत्सव समिति द्वारा नए रूट से और वृहद पैमाने पर बारात निकालने की योजना है. इस रूट में शहर भर में सभी संभावित स्थानों पर शिव बारात गुजरेगी लेकिन जिला प्रशासन द्वारा पुराने रूट पर ही शिव बारात निकालने का आदेश जारी किया गया है. इसी बात को लेकर जिला प्रशासन और गोड्डा सांसद के बीच मनमुटाव हो गया है. जिला प्रशासन के निर्णय के खिलाफ सांसद हाई कोर्ट गए हैं. हाई कोर्ट में कल मामले की सुनवाई होगी. हाई कोर्ट के निर्णय पर ही शिव बारात के रूट लाइन तय होगा. अब देखना होगा कल न्यायालय का क्या निर्णय होता है.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा, देवघर
4+