दुमका (DUMKA) : दुमका के टीन बाजार चौक पर झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ द्वारा झारखंड प्राथमिक शिक्षक प्रोन्नति नियमावली के प्रारूप दहन कर विरोध दर्ज कराया गया. प्राथमिक शिक्षक प्रोन्नति नियमावली 2024 के विरोध में झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ द्वारा चरणबद्ध आंदोलन चलाया जा रहा है. इसी क्रम में विगत दिनों ट्विटर पर इस ट्रेंड करना साथ ही सभी विधायकों से मिलकर इस पर आपत्ति दर्ज करना शामिल है. इसी क्रम में रविवार को झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ दुमका इकाई द्वारा जिला सचिव राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में टीन बाजार चौक पर प्रोन्नति नियमावली के प्रारूप को जलाकर इसका विरोध किया.
इस अवसर पर झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ के जिला सचिव सह प्रमंडलीय प्रभारी राकेश कुमार सिंह ने कहा की इस प्रारूप में अनेक नियम भेदभावपूर्ण है. जिस कारण राज्य के करीब 17000 शिक्षक जो 2014 के बाद नियुक्त हुए हैं. उनमें काफी असंतोष व्याप्त है और वे आंदोलन की राह पर है. नियमावली में 2014 के पूर्व नियुक्त शिक्षकों को टेट पास करने की अनिवार्यता नहीं रखी गई है. जबकि 2014 के बाद नियुक्त 1-5 के शिक्षकों के लिए दो-दो टेस्ट को अनिवार्य किया गया है. ग्रेड 4 से ग्रेड 7 में प्रोन्नति के लिए 2014 से पूर्व नियुक्त शिक्षकों के लिए 5 साल का अनुभव रखा गया है. जबकि 2014 के बाद नियुक्त शिक्षकों के लिए यह अनुभव बढ़कर 10 वर्षों का किया गया है. यह 2014 के बाद नियुक्त शिक्षकों के लिए सौतेला व्यवहार के समान है. साथ ही संविधान द्वारा प्रदत्त समानता के अधिकार का भी हनन है.
उन्होंने आगे कहा कि झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ यह मांग करता है, कि जो भी नियमावली बने उसमें सभी शिक्षकों के लिए चाहे वह 2014 से पूर्व नियुक्त हो या उसके बाद सभी के लिए एकरूपता हो. वर्तमान नियमावली 2014 के बाद नियुक्त शिक्षकों को प्रोन्नति से बाहर करने के लिए एक षड्यंत्र है. झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ सरकार से यह मांग करती है कि इस मुद्दे पर तुरंत संज्ञान लेकर एक ऐसी नियमावली बनाई जाए जो सभी के लिए एक समान हो और किसी के साथ भेदभाव ना किया जाए. मांगें पूरी होने तक यह आंदोलन अनवरत जारी रहेगा, जब तक शिक्षकों को न्याय नहीं मिल जाता है. इस मौके पर झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ के महेंद्र मंडल, दीपेश कुमार, संकेत गौतम, चंदा कुमारी, निरंजन कुमार सहित काफी संख्या में शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद थी.
रिपोर्ट. पंचम झा
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