आज भी झारखंड में कई गांव ऐसे हैं जहां लोगों के पास मोबाइल नहीं है, जानिए वजह


रांची(RANCHI): आज की तारीख में किसी घर में मोबाइल ना हो, ऐसा अमूमन लोग नहीं सोचते हैं.चाहे वह गरीब हो या फिर अमीर सभी के घरों में मोबाइल फोन होते हैं. शायद आपको आश्चर्य होगा की झारखंड में कई ऐसे गांव हैं जहां के लोगों के पास मोबाइल नहीं है. आप समझ सकते हैं कि उनकी जिंदगी कितनी पिछड़ी होगी.
जानिए विस्तार से पूरी स्थिति को झारखंड का ऐसा 2000 गांव है जहां मोबाइल घरों में नहीं है. ऐसा इसलिए कि वहां की आबादी इस लिहाज से कम है कि कोई अपना नेटवर्क वहां स्थापित नहीं करना चाहता.निजी कंपनियां मुनाफा देख कर ही कोई काम करती है.
इसलिए कोई भी प्राइवेट ऑपरेटर्स इन गांव में अपना नेटवर्क नहीं दे पाया है. लेकिन ऐसे गांव को भारत सरकार ने संचार की दुनिया में जोड़ने का काम शुरू किया है. रांची बिजनेस एरिया में 750 गांव है जहां के लोगों के पास मोबाइल फोन नहीं है. इनमें रांची जिला भी शामिल है. लोहरदगा, गुमला, लातेहार, पलामू,गढ़वा और खूंटी जिले के गांव हैं.
भारत सरकार ने सरकारी उपक्रम भारत संचार निगम लिमिटेड को ऐसे गांव में मोबाइल सुविधा देने के लिए आर्थिक मदद शुरू की है ऐसे प्रत्येक गांव के लिए 1 करोड़ रुपए राशि निर्धारित की गई है. बीएसएनएल की ओर से इस योजना पर काम शुरू कर दिया गया है. दिसंबर तक ऐसे गांव को मोबाइल से बिछाने के लिए नेटवर्क उपलब्ध हो जाएंगे फाइबर ऑप्टिक केबल बिछाए जा रहे हैं. लक्ष्य यह है कि लोगों को नेटवर्क से जोड़ा जाए ताकि संचार की दुनिया की मुख्यधारा में वे जुड़ सकें. रांची बिजनेस एरिया के महाप्रबंधक उमेश प्रसाद साह ने कहा कि इस योजना पर तेजी से काम हो रहा है.भारत सरकार इसके लिए पैसे दे रही है.
4+