पूजा स्थल को लेकर दो समुदाय में विवाद, शांति बैठक का आयोजन


गढ़वा (GARHWA): थाना क्षेत्र के पतिहारी गांव में दो समुदायों के बीच वर्षों से चले आ रहे विवाद को लेकर ग्रामीणों की एक बैठक बुलाई गई. बैठक की अध्यक्षता जिला परिषद सदस्य बिशनपुरा शम्भू राम चंद्रवंशी ने किया बैठक में प्रखंड सभी पंचायत के सैकड़ों गणमान्य लोग मौजूद थे. बैठक में देवी धाम विवाद को लेकर दोनों समुदाय के लोगों ने बारी-बारी से अपना पक्ष रखा. हिंदू पक्ष के लोगों ने बताया कि देवी धाम पर त्योहार में बैगा समाज के लोगों द्वारा पूजा करने पर मुस्लिम समुदाय के लोग परेशानी उत्पन्न करते हैं. वहीं मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बताया कि देवी धाम का पूजा सदियों से दोनों समाज के लोग पूजा करते आ रहे थे,पूर्व में देवी धाम पर बलि नहीं होती थी. बाद में हिंदू समाज के लोगों ने देवी धाम पर बलि की प्रथा शुरू की. इसे देख हम लोगों के बीच में आपसी सहमति नहीं बन रही. हमलोगों ने देवी धाम का पूजा पाठ छोड़ दिया.
पूजा स्थल को दूसरे जगह स्थापित करने की सलह
देवी धाम के चारों ओर मुस्लिम समुदाय के लोगों का घर बना हुआ है. मुस्लिम समुदाय का कहना है कि यदि आपके धर्म में पूजा स्थल धाम का स्थान्तरित होता हो तो हम सभी मुस्लिम समुदाय के लोग मिलकर जितना देवी धाम का जगह है, उतना जमीन दूसरे जगह देकर धाम का निर्माण करा देंगे या जो खर्च होगा उसे दे देंगें. ताकि आपसी भेद भाव और विवाद न हो. वहीं हिंदू समाज के लोगों ने कहा कि अभी तक हमारे समाज में ऐसा नहीं हुआ है, हम अपने धर्म से छेड़ छाड़ नहीं करेगें,वहीं हिंदू धर्म के लोगों ने यह भी कहा कि इसके पूर्व आपके समाज के भी लोग पूजा-पाठ किया करते थे. आप लोग धाम को दूसरे जगह स्थान्तरित कर एक साल तक पूजा पाठ किजीए. उसके पश्चात हमलोग पूजा पाठ शुरू करेगें.
इस बात पर बनी सहमती
बैठक में जिला परिषद सदस्य और आए हुए बाहर से गणमान्यों ने दोनों समुदायों के बातों को सुनने के बाद आम सहमति बनी की किसी विद्वान ब्राह्मण से पूछ कर यदि स्थान स्थानांतरित होता है, तो धाम को स्थानांतरित कर दिया जाएगा जिसका भूमि और खर्च मुस्लिम समुदाय के लोग देंगे. यदि स्थान्तरित नहीं हो सकता है तो पूर्व में जैसे पूर्वजों के द्वारा पूजा पाठ होते आ रहा है, वैसे ही पूजा पाठ करने को कहा गया. साथ ही देवी धाम का जितना जमीन है, वहां पर मंदिर निर्माण कर सकते हैं. वहीं इस बात को लेकर दोनों समुदायों के लोगों ने पंचों की बातों को सहमति से स्वीकार किया.
रिपोर्ट: रितेश द्विवेदी, गढ़वा
4+