धनबाद(DHANBAD): धनबाद को काफी लंबे संघर्ष के बाद एक यूनिवर्सिटी मिली. नाम है विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय. इस यूनिवर्सिटी का भवन भी बनकर तैयार है. मगर, अब तक शिफ्टिंग नहीं हुई है. अब शिफ्टिंग की प्रतीक्षा हो रही है. समूचे भवन के लिए 348 करोड रुपए का बजट रखा गया है. लेकिन प्रथम चरण में अभी केवल 180 करोड़ से ही काम हो रहे हैं. भवन की भव्यता झलक रही है. भवन कह रहा है कि बच्चों ही नहीं, आगंतुकों को भी अपनी भव्यता और सुंदरता से आकर्षित करेगा. लगभग 25 एकड़ में फैले इस विश्वविद्यालय की तैयारियां अंतिम चरण में है. 399 कमरे बनाए गए हैं और यह भवन फिलहाल 7 तल्ले का है, जिसमें चढ़ने-उतरने के लिए 12 लिफ्ट लगाए गए हैं.
रघुवर दास की सरकार ने दिया था तोहफा
पहले धनबाद बिनोवा भावे विश्वविद्यालय के अंतर्गत था. काफी संघर्ष के बाद विधायक राज सिन्हा की पहल पर रघुवर दास की सरकार ने धनबाद को विनोद बिहारी कोयलांचल विश्वविद्यालय का तोहफा दिया. नाम को लेकर भी विवाद हो गया था. बिनोद बिहारी महतो के नाम से विश्वविद्यालय बनाने के लिए एक पक्ष आवाज बुलंद कर रहा था तो दूसरा पक्ष कोयलांचल विश्वविद्यालय का नाम देने पर अड़ा हुआ था. अंत में बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय इसका नाम हुआ और भवन बनकर लगभग तैयार हो गया है. अधिकारियों की टीम लगातार भवन का दौरा कर रही है, निरीक्षण कर रही है, गड़बड़ियों की ओर ठेकेदार का ध्यान आकर्षित करा रही है. अब लगता है कि बहुत जल्द ही यह विश्वविद्यालय अपने नए भवन में शिफ्ट हो जाएगा. धनबाद के लोगों सहित पढ़ने वाले बच्चों को भी इसकी बेसब्री से प्रतीक्षा है.
रिपोर्ट : शाम्भवी सिंह
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