धनबाद(DHANBAD): आईटीआई पास बीसीसीएल के अप्रेंटिस अपने आंदोलन के दूसरे चरण में धरना पर बैठे हैं. उन्होंने ठान लिया है कि या तो नौकरी लेंगे या कोयला भवन से लेकर कोयला मंत्रालय तक हलचल मचा देंगे. कोलियरीयों का चक्का जाम भी कर देंगे. आंदोलन के दूसरे चरण में गुरुवार को उनके धरना का 11वां दिन था. इसके पहले बुधवार को आंदोलनकारियों ने रणधीर वर्मा चौक पर धरना और सभा की थी. नारेबाजी कर जिला प्रशासन और बीसीसीएल प्रबंधन का ध्यान अपनी ओर खींचने का प्रयास किया था. इसके पहले 15 जून को धनबाद के सांसद पशुपतिनाथ की मौजूदगी में बातचीत हुई थी. 15 अगस्त तक बीसीसीएल में संचालित आउटसोर्सिंग कंपनियों में काम दिलवा दिया जायेगा. इसके बाद उनका प्रथम चरण का आंदोलन खत्म हो गया था, लेकिन लगातार दौड़ते-दौड़ते भी उनको रोजगार नहीं दिया गया.
बाध्य होकर दूसरे चरण में करना पड़ रहा आंदोलन
बाध्य होकर दूसरे चरण में उन लोगों ने फिर से आंदोलन शुरू किया है और काफी संख्या में अप्रेंटिस धरना में शामिल हो रहे हैं. एक अनुमान के अनुसार, लगभग 3000 आईटीआई पास अप्रेंटिस है, जो नौकरी की मांग कर रहे हैं. संघ के पदाधिकारी सुनील कुमार गुप्ता ने कहा कि लगभग 300 बेरोजगार आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं, लेकिन बेरोजगारों की संख्या लगभग 3000 है. भ्रस्ट व्यवस्था के कारण उनकी मांगे पूरी नहीं हो पा रही है. वहीं, दूसरे पदाधिकारी मकसूदन अंसारी ने बताया कि धनबाद से लेकर दिल्ली तक उनकी आवाज पहुंच रही है, लेकिन अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहा है. उन लोगों ने भी ठान रखी है कि परिणाम लेकर ही जाएंगे या फिर आंदोलन को और अधिक तेज करेंगे. देखना है कि बेरोजगारों को नौकरी मिलती है या फिर आंदोलन तेज होता है.
रिपोर्ट: शाम्भवी सिंह के साथ संतोष
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