धनबाद(DHANBAD): यह कोलफील्ड है भाई. महानगरों का प्रचलन यहां पहुंचने में विलंब नहीं होता. प्रचलन चाहे फैशन का हो या अपराध का. धनबाद में अब नए तरीके के हनी ट्रैप के जरिए युवाओं की जेब पर डाका डाला जा रहा है. यदि कोई अनजान लड़की चैट करे तो सावधान हो जाइये. वह लड़की भी हो सकती है अथवा लड़की के आवाज़ का लड़का भी. धनबाद कोयलांचल में अब नए तरीके से लूटपाट,ठगने वाला गिरोह सक्रिय हो गया है. यह गिरोह पहले मोबाइल चोरी करता अथवा करवाता है. उसके बाद लड़की से बात करवाता है.
एकांत स्थान पर बुलाकर की जाती है छिनतई
प्रेम जाल में फंसा कर एकांत स्थान पर बुलाकर लड़के के साथ मारपीट की जाती है. लूटपाट की जाती है. इस मामले में पुलिस ने दो-तीन लड़कों को चिन्हित किया है. जल्द ही मामले पर से पर्दा हट सकता है. लूट के शिकार लोग लोक लाज के कारण पुलिस से शिकायत नहीं करते. यह काम साइबर अपराध से जुड़े अपराधी बेधड़क कर रहे है. लोगों को विशेष कर युवाओं को ठगने का नया तरीका ढूंढ निकाला है. कॉल गर्ल के नाम पर साइबर ठग बहुत चालाकी से युवकों को फंसा रहे है.
पहले मोबाइल नंबर किया जाता है वायरल ,फिर शुरू होता है खेल
एक मोबाइल नंबर को वायरल कर लोगों को बहुत चतुराई से फंसाया जा रहा है. इस मोबाइल नंबर पर व्हाट्सएप कॉल करने पर कॉल गर्ल भेजने का झांसा दिया जाता है. रुपए ऐठने के लिए लड़कियों की तस्वीर भी भेजी जाती है. होटल में लड़कियों को भेजने के नाम पर ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर कराकर ठगी की जाती है. धनबाद के युवा बहुत तेजी से साइबर अपराधियों के इस ट्रैप में फंस रहे है. ट्रैप करने का उनका तरीका भी थोड़ा अलग है. व्हाट्सएप कॉल करने के बाद ₹500 मांगे जाते है. रुपए भेजने के लिए एक बार कोड भी दिया जाता है. रुपए ट्रांसफर करने की जानकारी उस व्हाट्सएप नंबर पर भेजने के बाद लड़कियों की फोटो भेजी जाती है. फोटो पसंद आने पर 3000 से ₹7000 तक घंटे के हिसाब से मांगा जाता है. विश्वास दिलाने के लिए अनजान लड़कियों से बातचीत भी कराई जाती है.
रुपये ट्रांसफर के बाद भी नहीं ख़त्म होती डिमांड
उसके बाद युवक उनके जाल में फंसकर रुपए ट्रांसफर कर देते है. बात इतनी ही नहीं है, ठग कॉल गर्ल भेजने के लिए फोन करने वालों का लोकेशन मांगते है. व्हाट्सएप पर लोकेशन मिलने के बाद आसपास के होटल का विकल्प दिया जाता है. कहा जाता है कि अमुख होटल के कमरे में लड़की पहुंच जाएगी. घंटे के हिसाब से रुपए की डिमांड होती है. भरोसा दिया जाता है कि रुपए का भुगतान होने के बाद होटल का कमरा नंबर आ जाएगा. यह भी कहा जाता है कि भुगतान का प्रमाण होटल में ठहरी लड़की को दिखाना होगा. जाल में फंसकर रुपए देने वाले जब होटल का कमरा नंबर पूछते हैं, तो उनसे और रुपए मांगे जाते है. तब जाकर उन्हें ठगे जाने का एहसास होता है. यह तो हुआ एक तरीका, दूसरा तरीका यह है कि एकांत स्थान पर बुलाकर लड़कों के साथ मारपीट की जाती है. छिनतई कर ली जाती है.
हीरापुर के एक लड़के की पुलिस ने की है पहचान
जानकारी के अनुसार हीरापुर, चिरागोडा के रहने वाले एक युवक की पुलिस ने पहचान की है. बताया जाता है कि वह युवक पहले पूरी जानकारी इकट्ठा करता है. उसके बाद लकड़ी बनकर लड़कों से चैट करता है. उसके बाद मिलने के लिए किसी सुनसान जगह पर बुलाता है. जब युवक वहां पहुंचते तो वह अपने साथियों के साथ उनपर हमला कर देता. मारपीट कर बाइक , मोबाइल छीन लेता. इस गिरोह के बारे में पुलिस को बहुत कुछ जानकारी मिल गई है. कहा तो यह भी जा रहा है कि सरायढेला पुलिस ने जो बाइक बरामद की है, वह इसी तरह लूटपाट की गई है. जो भी हो लेकिन साइबर अपराधी रोज नए-नए तरीके अपना कर लोगों को ठग रहे है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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