धनबाद(DHANBAD) : धनबाद के कुमारधुबी का यह औद्योगिक परिसर कभी हंसता खेलता था. हजारों लोगों को रोजगार देता था. लेकिन आर्थिक वजहों से कारखाना बंद कर दिया गया. उसके बाद से तो कारखाना परिसर में सियार लोटने लगे. इसका फायदा अवैध कोयला खनन करने वाले माफिया खुल्लम-खुल्ला उठाने लगे है. यह जानकर आपको भी आश्चर्य होगा कि जब दो-तीन दिन पहले सीआईएसएफ की टीम ने छापेमारी की, तो उद्योग परिसर में कम से कम डेढ़ दर्जन कोयला खदान के अवैध मुहाने मिले. इससे यह पता चलता है कि किस कदर कोयला चोर जमीन को खोखला कर रहे है. यह बात सिर्फ कुमारधुबी की ही नहीं है. जहां-जहां कोयले की उपलब्धता है, हर जगह कोयला चोर सक्रिय है.
गुरुवार की रात बंद बर्न स्टैंडर्ड कंपनी में हुई थी छापेमारी
सूचना के अनुसार सीआईएसएफ की टीम ने गुरुवार की रात बंद बर्न स्टैंडर्ड कंपनी में छापेमारी की. इस छापेमारी से बड़े पैमाने पर कोयले के अवैध खनन एवं ढुलाई का खुलासा हुआ. कोयले के अवैध खनन के लिए खोदे गए लगभग 15 से अधिक कुवें मिले. इन्हीं जगहों से कोयले का अवैध खनन और ढुलाई किया जा रहा था. ताज्जुब की बात है कि जिस समय टीम छापेमारी को गई, उस समय भी अवैध कोयला खनन हो रहा था. टीम के पहुंचते ही अफरा तफरी मच गई. सूत्र बताते हैं कि गुरुवार की रात लगभग 9 बजे सीआईएसएफ की टीम बंद कारखाना परिसर पहुंची. जांच में अवैध खनन के कई मुहाने मिले.
टीम ने लगभग 500 टन कोयला भी बरामद किया
टीम ने लगभग 500 टन कोयला भी बरामद किया है. सूचना के मुताबिक सीआईएसफ को जानकारी मिली थी कि बर्न स्टैंडर्ड कंपनी में कोयले का अवैध खनन हो रहा है. एक सप्ताह पहले उन खनन स्थलों की भराई कराई गई थी. लेकिन फिर साफ सफाई कर फिर से अवैध खनन का काम शुरू कर दिया गया था. यह बात भी सच है कि चाहे कतरास हो, सिंदरी हो, निरसा हो,झरिया हो सब जगह कोयले का अवैध खनन बेधड़क जारी है. बाघमारा की घटना के बाद तो यह बात बिल्कुल साफ हो गई है कि अवैध कोयला खनन की बदौलत कई जगहों पर माफिया पैदा हो गए हैं और अब यह माफिया पुलिस से भी दो-दो हाथ करने को तैयार है. बता दे कि 2018 से ही यह कारखाना बंद है. इस कारखाने में रेलवे के उपकरण बनते थे,
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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