DHANBAD !! ट्रिनिटी गार्डेन मौत मामला-सवालो में पुलिस, परिवार वालों ने दिखाया फुटेज, पूछा यह कैसे हो सकती है आत्महत्या


धनबाद(DHANBAD): धनबाद के त्रिनिटी गार्डेन की छत से गिर कर सांघवी उर्फ चारू की मौत को परिवार वाले हत्या से कम कुछ भी मानने को तैयार नहीं है. परिवार वालों ने बुधवार को अब तक कलेक्ट किए गए सीसीटीवी फुटेज को प्रेस के सामने पेश किया. सवाल किया कि यह आत्महत्या कैसे हो सकती है. पुलिस पर भी ताबड़तोड़ सवाल दागे. उनका प्रश्न था कि जब हम लोगों के इतने लगातार प्रयास के बाद भी पुलिस मामले को झूठलाने की कोशिश कर रही है, तो कमजोर लोगों को कैसी न्याय पुलिस देती होगी. यह अपने आप में बड़ा सवाल है. परिवार वालों का कहना था कि मेरी बेटी तो अब वापस लौट कर नहीं आएगी, लेकिन वह लोग चाहते हैं कि कम से कम धनबाद अथवा झारखंड की बेटियों के साथ इस तरह कृत्य आगे ना हो. उन्हें मार दिया जाए और घटना को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की जाए. बुधवार को मौत का 36 वा दिन था.
तो क्या किसी दवाब में काम कर रही है पुलिस
पुलिस पर आरोप भी लगाए कि हो सकता है कि पुलिस किसी के दबाव में काम कर रही हो. लेकिन वह तो निर्णय कर कर बैठे हुए हैं कि अपनी बेटी को न्याय दिला कर ही रहेंगे. इस कांड में शामिल लोगों को जेल जाना ही पड़ेगा. इसके लिए वह लोग देश के सर्वोच्च न्यायालय तक जाएंगे. दरवाजा खटखटा एंगे, न्याय मांगेगे. यह घटना पीएमओ के संज्ञान में भी है. पीएमओ से भी धनबाद जिला पुलिस से कुछ जानकारी मांगी गई है. बच्ची के पिता की माने तो इस मामले में कुछ लीड मिलने के बाद सारे तथ्यों से पुलिस को अवगत करा दिया गया है. लेकिन पुलिस टाल मटोल की नीति अख्तियार किए हुए है. उनका कहना था कि एक आरोपी फर्जी सर्टिफिकेट बना कर घर में पड़ा है, पुलिस उसे थाना ना बुलाकर खुद उसका बयान लेने घर पहुंचती है. इसके अलावा भी कई साक्ष्य है , जो पुलिस को सवालों के घेरे में खड़े करते है. साथ ही बच्ची की मौत के मामले को हत्याकांड से जोड़ते है. बुधवार को धनबाद के पत्रकारों को सभी फुटेज दिखाए गए और सवाल किया गया कि इतना सब कुछ साफ-साफ होने के बाद भी पुलिस आखिर आत्महत्या का रूप देने की कोशिश क्यों कर रही है.
सवाल क्यों नहीं दूध का दूध और पानी का पानी कर रही पुलिस
क्यों नहीं दूध का दूध और पानी का पानी कर रही है. बच्ची के पिता का कहना है कि उनका किसी से कोई दुश्मनी नहीं है. वह तो सिर्फ बच्ची के लिए न्याय मांग रहे हैं और अगर इसके लिए उन्हें कहीं भी जाना पड़े, किसी का भी दरवाजा खटखटाना पड़े तो वह पीछे नहीं हटेंगे. न्याय लेकर ही दम लेंगे, तीन-चार दिन पहले मृत बच्ची के कान की बाली परिसर के बाहर मिली थी. जिसे परिवार वालों ने पुलिस को सुपुर्द कर दिया. इसके पहले भी बच्ची के एक पैर का जूता दूर गिरा मिला था. सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को उपलब्ध करा दिया गया है. पुलिस ने देखा भी है बावजूद कोई ना कोई बहाना बनाकर इस जांच को शिथिल किया जा रहा है. और आरोपियों को मदद पहुंचाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन वह ऐसा कदापि नहीं होने देंगे.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह
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