धनबाद(DHANBAD): धनबाद भाजपा में सब कुछ ठीक- ठाक है की नहीं. यह सवाल इसलिए कि गुरुवार को स्थापना दिवस कार्यक्रम में बीर घाट और तीर घाट के दृश्य दिखे. जबकि भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि अति आत्मविश्वास से बचकर रहें. लोग अभी से कह रहे हैं कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को कोई नहीं हरा सकता, लेकिन हमें सचेत रहना होगा और देश के हर नागरिक का दिल जीतना होगा. इधर, गुरुवार को धनबाद में भी भाजपा का स्थापना दिवस मना, लेकिन जिला समिति और धनबाद के भाजपा विधायक के बीच समन्वय की कमी दिखी. जिला कमेटी की ओर से दावा किया गया है कि धनबाद महानगर के 1159 बूथों पर स्थापना दिवस कार्यक्रम किए गए.
1159 बूथों पर स्थापना दिवस कार्यक्रम किए जाने का दावा
जिला कार्यालय में पार्टी के नेताओं की मौजूदगी में पार्टी का झंडा लगाया गया. इधर, गुरुवार को ही जिला समिति के कार्यक्रम में शामिल नहीं होते हुए धनबाद से भाजपा विधायक राज सिन्हा ने रोड शो किया. नारा दिया गया, एक भारत श्रेष्ठ भारत का.घूम घूम कर घरों में भाजपा का झंडा लगाया गया. बाइक पर सवार विधायक एवं कार्यकर्ताओं ने भाजपा एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में नारे लगाए. स्थापना दिवस को लेकर भाजपा के छोटे से बड़े नेता और कार्यकर्ता उत्साहित दिखे. 2024 में लोकसभा का और झारखंड विधानसभा का चुनाव जो होने है. जिला कार्यालय में जो कार्यक्रम हुए, उसमें भी सभी नही दिखे, भाजपा विधायक राज सिन्हा के नेतृत्व में नगर भ्रमण का कार्यक्रम शुरू किया गया. यह कार्यक्रम विधायक आवास से शुरू होकर शहर के प्रमुख इलाकों का भ्रमण करते हुए रणधीर वर्मा चौक पंहुचा. इस नगर भ्रमण का उद्देश्य था, धनबाद की जनता के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करना कि उन्हें के सहयोग और प्यार, दुलार से पार्टी आज इस ऊंचाई पर पहुंची है. धनबाद में चार विधानसभा पर भाजपा का कब्जा है.
तीसरी बार पशुपतिनाथ सिंह भाजपा के सांसद हैं
तीसरी बार पशुपतिनाथ सिंह भाजपा के सांसद हैं, लेकिन लोगों को जो बात खटकी वह यह कि विधायक के नगर भ्रमण कार्यक्रम में भाजपा जिला कमेटी नदारद थी. लगभग 10 मिनट तक नगर भ्रमण के कार्यक्रम का जायजा लेने के बाद जितने लोगों की पहचान की जा सकी, उनमें जिला समिति से सिर्फ दो लोग ही दिखे. एक थे संजय झा और दूसरे थे श्रवन राय, इसके अलावा जिला अध्यक्ष नहीं दिखे और वरीय पदाधिकारी भी नहीं नजर आये. इस संबंध में जब एक वरीय भाजपा नेता से पूछा गया कि वह क्यों नहीं शामिल हुए तो बताएं कि यह पार्टी लाइन से अलग हटकर कार्यक्रम था, इसलिए वह शामिल नहीं हुए. मतलब धनबाद में कहीं ना कहीं एकजुटता की कमी दिखी, वैसे भी धनबाद संसदीय क्षेत्र को लेकर एक अनार सौ बीमार वाली स्थिति है. आगे राजनीति के और भी कई दिलचस्प रंग दिख सकते है ,इससे इंकार नहीं किया जा सकता है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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