धनबाद(DHANBAD): उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से शनिवार को तिरंगे में लिपटा एसएसबी जवान शहीद गोपाल महतो का पार्थिव शरीर गोमो के बिशुनपुर गांव पंहुचा. गांव पहुंचते ही लोगों की भीड़ जुट गई. परिजनों के चीत्कार से मौजूद लोगों का कलेजा फटा जा रहा था. पत्नी अंजली देवी शव से लिपट कर रो रही थी. पूरे सम्मान के साथ एसएसबी के अधिकारियों ने शव को परिजनों को सौपा. उसके बाद शव का अंतिम संस्कार बिशुनपुर जमुनिया नदी घाट पर किया गया. एसएसबी के जवानों ने उन्हें सलामी दी.
शव यात्रा में भारत माता की जय के लग रहे थे नारे
शव यात्रा में भारत माता की जय, जब तक सूरज चांद रहेगा, शहीद गोपाल तेरा नाम रहेगा, के नारे गूंज रहे थे. शवयात्रा में महिलाएं भी शामिल थी. महिलाएं श्मशान घाट तक गई. बता दें कि शहीद गोपाल महतो उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में तैनात थे. अचानक ड्यूटी के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ी, जिसके बाद उन्हें 8 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान 22 दिसंबर को गोपाल जिंदगी की जंग हार गए. गोपाल की शादी में अंजली से हुई थी. तोपचांची में उनका ससुराल है. उन्हें एक पुत्र और एक पुत्री है. उनके पिता का भी रो-रो कर बुरा हाल है.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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