देवघर(DEOGHAR):देवघर में आज महाशिवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालूओं की अपार भीड़ जुटी है.अहले सुबह से ही श्रद्धालूओं की लंबी कतार लग गयी थी, खास कर महिलाएं बड़ी संख्या में बाबा का जलाभिषेक करने सुबह से ही लंबी कतार में खड़ी होकर अपनी बारी का इंतजार कर रही है.प्रशासन द्वारा भी सभी को कतारवद्ध पूजा अर्चना कराने की व्यवस्था की गयी है. उपायुक्त विशाल सागर अहले सुबह से ही मंदिर सहित पूरे रुट लाइन का लगातार निरीक्षण कर रहे हैं.वही श्रद्धालुओं को पूजा अर्चना और जलार्पण में कोई असुविधा न हो इसके लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल और दंडाधिकारी की तैनाती की गयी है.दूसरी ओर सीसीटीवी और ड्रोन कैमरा से भी हर गतिबिधियों पर नजर रखी जा रही है.डीसी ने बताया सुलभ और सुरक्षित जलार्पण कराना प्रशासन की प्राथमिकता.
मोर मुकुट और सिंदूर दान की है परंपरा
बैद्यनाथधाम प्रकृति और पुरुष का मिलन स्थल है, इसलिए यहां शिव और शक्ति दोनो की पूजा होती है और आज के दिन इनके विवाह का उत्सव मनाया जाता है.यही वजह है कि यहां शंकर भगवान पर आज के दिन सिंदूर चढ़ाने की अति प्राचीन परंपरा है.आज के दिन खासकर बाबा बैद्यनाथ के शिखर पर मोर मुकुट भी चढ़ाया जाता है.जानकर बताते हैं कि द्वादश ज्योतिर्लिंगो में सर्वश्रेष्ठ कामनालिंग बाबा बैद्यनाथ के रुप में विश्व प्रसिद्ध यह नगरी शक्तिपीठ भी है.मान्यता है कि देवघर में देवी सती का हृदय गिरा था और भोलेनाथ ने स्वयं अपने हाथों उनका दाह संस्कार किया है इसलिए चिताभूमि के नाम से भी जाना जाता है.
भगवान विष्णु ने अपनी माया से भगवान बाबा बैद्यनाथ को यहां स्थापित किया
जानकार बताते है कि यहां पर शिव से पहले सती का वास है,बाद में लंका ले जाने के क्रम में ब्राहम्ण वेशधारी भगवान विष्णु ने अपनी माया से भगवान बाबा बैद्यनाथ को यहां स्थापित किया.आपको बता दे की जहां पर सती के शरीर खण्ड का अंतिम संस्कार किया गया था उसी स्थान पर बाबा बैद्यनाथ की स्थापना की गयी है.कामना लिंग के इस खास महत्व की वजह से आज के दिन यहां श्रद्धालूओं की अपार भीड़ जुटती है.इस बार भी महाशिवरात्रि के अवसर पर लाखों की भीड़ जुटने की उम्मीद की जा रही है.प्रशासन द्वारा इसे नियंत्रित करने के लिए विशेष व्यवस्था की गयी है.
महाशिवरात्रि के अवसर पर माता सती का विवाह भोलेनाथ से आज रात संपन्न होगा
आज के दिन यहां विशेष पूजा होती है बाबा मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर माता सती का विवाह भोलेनाथ से आज रात संपन्न होगा.सिंदूर दान भी होगा.वही आज बाबा मंदिर में चार पहर की पूजा होती है.दूध,दही,घी और मधु से विशेष पूजा होगी.आज दिन और तिथि का संयोग बहुत अच्छा है.महाशिवरात्रि के साथ साथ आज त्रयोदशी तदुपरांत चतुर्दशी तिथि का संयोग शिव आराधना के लिए उत्तम माना जाता है.महिलाओं के लिए आज है विशेष दिन महाशिवरात्रि के अवसर पर बड़ी संख्या में महिलाओं की भीड़ उमड़ी है.
महाशिवरात्रि के अवसर पर माता सती का विवाह भोलेनाथ से आज रात संपन्न होगा
महिलाओं के लिए आज का दिन विशेष महत्व रखता है,उनकी माने तो माता पार्वती ने कठोर तप कर भगवान शंकर को प्राप्त किया था.इसीलिए आज महिलाएं सौभाग्य और समृद्धि की कामना लिए बाबा के दरबार पहुंच रही है.देवघर का बाबा मंदिर देशभर में एक अनूठा स्थान रखता है, जहां शिव और शक्ति का मिलन हुआ है.अन्य किसी ज्योतिर्लिंग में ऐसा मिलन नही मिलता है.जानकारों की माने तो इस क्षेत्र में कही भी सच्चे मन से जलार्पण करने से शिव और शक्ति को अर्पित होता है.यही वजह है कि देश विदेश के कोने-कोने से श्रद्धालु यहा आकर अपनी कामना पूर्ण करते है.
रिपोर्ट-रितुराज सिन्हा
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