देवघर(DEOGHAR): श्रावणी मेला के दौरान बाबाधाम देवघर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को एक निश्चित स्थान तक ही उनके वाहनों का प्रवेश सुनिश्चित किया जाता है. उसके बाद श्रद्धालु पदयात्रा कर या छोटी सवारी गाड़ी से मंदिर पहुंचते हैं. इसके लिए प्रशासन ने शहर के बाहर चारों तरफ अस्थायी वाहन पड़ाव बनाया है. इन्हीं में से एक है बाघमारा स्थित अंतरराज्यीय बस टर्मिनल. यहां प्रतिदिन विभिन्न जगहों से आने वाले श्रद्धालुओं का वाहन लगाया जाता हैं. इसके बाद श्रद्धालु पैदल या ओटो- टोटो के माध्यम से बाबा का जलार्पण करने मंदिर की ओर प्रस्थान करते हैं. जो शक्षम होते हैं वो पैदल ही कांवर लेकर गंतव्य की ओर रवाना हो जाते हैं लेकिन जो सक्षम नहीं होते वो छोटे वाहनों का सहारा लेते हैं.
अस्थायी कच्ची सड़क से ऑटो-टोटो वाहनों का हो रहा आवागमन
बाघमारा बस स्टैंड से मंदिर पहुंचने के लिए प्रशासन द्वारा छोटी यात्री वाहनों के लिए अलग मार्ग निर्धारित किया जाता है. बस स्टैंड के ठीक पीछे से निकलने वाली इस सड़क की दुर्दशा आप इस वीडियो के माध्यम से देखिए. आपको सड़क की हालत देख सोचने पर मजबूर और प्रशासन के खिलाफ कर देगी. वीडियो में देखिए की जिस श्रद्धालुओं के लिए श्रावणी मेला का आयोजन किया जाता है और इनके हर सुविधा एवं सुरक्षा के लिए सरकार चौबीसों घंटे तत्पर रहती है कैसे इनके जान के साथ खेलवाड़ कर रही है. जो अस्थायी कच्ची सड़क इन ऑटो-टोटो वाहनों के आवागमन के लिए बनाया गया है उसकी हालत ऐसी है कि प्रतिदिन कोई न कोई सवारी गाड़ी पलट जाया करती है. बारिश होने पर इस सड़क की स्थिति देखने लायक है. जगह जगह गड्ढे और इसमें हिचकोले खाते वाहन ऐसा लगता है कभी भी पलटी मार देगी.
जान जोखिम में डाल ऑटो-टोटो की सवारी करते हैं श्रद्धालु
ऑटो टोटो पर सवारी करने वाले श्रद्धालुओं की भी जान जोखिम में रहती है. खैर अभीतक कोई बड़ी अप्रिय घटना नहीं हुई है इसलिए प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं है. शायद प्रशासन भी कोई घटना का इंतजार कर रही है तब इस सड़क की स्थिति सुधर सकती है. अभी भी श्रावणी माह के समापन में कुछ दिन रह गया है. ऐसे में प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है. ऐसा नहीं है कि स्थानीय लोगों द्वारा इसकी सूचना नहीं दी गयी है लेकिन इस ओर प्रशासन के कान में जू तक नही रेंगा है. खबर प्रकाशित होने के बाद ही कुछ उम्मीद की जा सकती है.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा
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