धनबाद(DHANBAD) : देश की कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया की सहायक इकाई भारत कोकिंग कोल लिमिटेड(बीसीसीएल ) बहुत जल्द स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट हो जाएगी. इसके साथ ही प्राइवेट प्लेयर्स का दबदबा कंपनी पर बढ़ जाएगा. सूत्रों के अनुसार दो-चार दिनों में कोल इंडिया बुक रनिंग लीड मैनेजर की नियुक्ति के लिए टेंडर जारी करेगी. भारत कोकिंग कोल लिमिटेड फंक्शनल डायरेक्टर की बैठक में विचार कर कंपनी ने अपना मंतव्य कोल इंडिया को भेज दिया है. सूत्रों ने दावा किया है कि दो-तीन महीना में लिस्टिंग की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. बहुत पहले से बीसीसीएल की लिस्टिंग का प्रस्ताव पर विचार चल रहा था, लेकिन अब मामला अंतिम चरण में पहुंच गया है. यहां यह कहना भी गलत नहीं होगा कि केंद्र सरकार भारत को किंग कोल लिमिटेड में 25% हिस्सेदारी का विनिवेश करना चाहती है.
फिलहाल 10% का विनिवेश के साथ यह कार्यक्रम शुरू होगा. हालांकि बीसीसीएल में विनिवेश का मुद्दा काफी पहले से चर्चा में रहा है. कई अवसरों पर ट्रेड यूनियन के नेताओं ने इसका विरोध भी किया है. ट्रेड यूनियन नेताओं का कहना है कि विनिवेश से बीसीसीएल में निजी कंपनियों का प्रभाव और बढ़ेगा, इससे राष्ट्रीयकरण के उद्देश्यों को धक्का लग सकता है. बीसीसीएल को जनवरी, 1972 में झरिया और रानीगंज कोलफील्ड्स में संचालित कोकिंग कोल खदानों को संचालित करने के लिए शामिल किया गया था. कोयला खदानों को भारत सरकार द्वारा 16 अक्टूबर, 1971 को देश में दुर्लभ कोकिंग कोल संसाधनों के विकास को सुनिश्चित करने के लिए अधिग्रहण किया गया था. यह एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है. यह देश में कोकिंग कोल बड़े हिस्से का प्रोडक्शन कराती है. हाल के दिनों में अपने सारे पुराने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए बीसीसीएल ने इतिहास रचा था.
धनबाद रेल मंडल के बाद देश की कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया की अनुषंगी इकाई भारत कोकिंग कोल लिमिटेड(बीसीसी एल )ने 44.43 करोड़ रुपए का लाभांश चेक अपने पैतृक संस्थान कोल इंडिया लिमिटेड को सौंपा था. यह काम बीसीसीएल ने अपने अस्तित्व में आने के बाद पहली बार किया था. भारत को किंग कोल लिमिटेड कभी बीमार कंपनियों की सूची में शामिल थी. लेकिन अपने संचित घाटे को खत्म कर अपना पहला लाभांश घोषित किया था. वित्तीय वर्ष 23- 24 बीसीसीएल के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष रहा. जिसमें सभी क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार हुए हैं. बता दें कि भविष्य में बीसीसीएल नई तकनीक के साथ कोल बेड मीथेन का दोहन, परिसंपत्तियों का मुद्रीकरण, हाई वॉल खनन और सौर ऊर्जा जैसे कामों में बदलाव लाने जा रही है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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