IAS छवि रंजन रांची में DC बन कर आए लेकिन बन गए जमींदार,जिले के CO पहुंचाते थे 2.5 लाख रुपए महीना !


रांची(RANCHI): जमीन घोटाला मामले में ED की जांच का दायरा अब बढ़ने वाला है.इसकी जद में कई अंचलाधिकारी,राजनेता और जमीन कारोबारी आएंगे.ईडी जमीन घोटाला के तह तक जाने की कोशिश कर रही है.इस जांच में ED ने निलंबित आईएएस छवि रंजन को गिरफ्तार करने के बाद रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है.इस पूछताछ में कई कड़ी जुड़ेंगी.जिसके बाद रांची के कई अंचलाधिकारी को जल्द ED का समन हो सकता है.

सेना की जमीन घोटाला से शुरू हुई जांच का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है.इस जांच में अबतक एक आईएएस,राजस्व कर्मचारी,और छह जमीन कारोबारी को जेल भेज चुकी है.लेकिन अब भी ईडी को शक है कि इस पूरे खेल में और भी लोग शामिल है.बिना अंचल अधिकारी के मिलीभगत से जमीन का दाखिल ख़रीज़ संभव नहीं है.आखिर जमीन की फर्जी रजिस्ट्री बाद में तुरंत म्यूटेशन और लगान जमा कर पूरे दस्तवेज को दुरुस्त कर दिया जाता था.इसके पीछे और कौन कौन लोग है.यह जानकारी अंचल अधिकारी से ईडी जुटाने की कोशिश करेगी.

सूत्रों की माने तो रांची के सभी अंचल से निलंबित आईएएस छवि रंजन को दो से 2.5 लाख रुपये हर माह मिलते थे.इस मामले में कई अंचल अधिकारी को ईडी तलब कर सकती है.अंचल अधिकारियों से पूछताछ के बाद कई सलाखों के पीछे भी दिख सकते है.ईडी की कार्रवाई से भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है.किसी भी अंचल कार्यालय में बिना पैसे के कोई काम नहीं होता है.अगर जमीन का मामला हो तो इसके लिए पूरा रेट तय किया जाता है.अगर एक एकड़ जमीन है तो इसके लिए लाखों रुपये की डिमांड अधिकारी करते है. अब जांच में सभी अधिकारी बेनकाब होंगे.

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