रांची (RANCHI) : हेमंत सोरेन सरकार ने कैबिनेट का विस्तार करते हुए नए और पुराने चेहरों के साथ अपनी टीम को संतुलित रूप में गठित किया है. छह नए चेहरों को जगह दी गई है, जबकि पांच पुराने मंत्रियों को फिर से मौका मिला है. इस विस्तार में धर्म, जाति, वर्ग और क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व का विशेष ध्यान रखा गया है.
कैबिनेट में नए चेहरे
पुराने चेहरे जो बने रहेंगे मंत्री
धर्म, जाति और क्षेत्रीय समीकरण का संतुलन
कैबिनेट गठन में धर्म, जाति और क्षेत्रीय संतुलन को प्रमुखता दी गई है. संथाल परगना से चार मंत्री बनाए गए हैं, जिनमें से कांग्रेस कोटे से दीपिका पांडे सिंह और इरफान अंसारी शामिल हैं. शिल्पी नेहा तिर्की, जो ईसाई कोटे से आती हैं, उनको पहली बार मंत्री बनाया गया है. राधा कृष्ण किशोर को पलामू प्रमंडल से प्रतिनिधित्व दिया गया है. वे पिछड़ी जाति से हैं और अनुभवी नेता हैं. झामुमो ने कोल्हान से दीपक बिरूआ और रामदास सोरेन को दोबारा मौका दिया है.
चमरा लिंडा, जो छोटानागपुर के बिसुनपुर क्षेत्र से आते हैं और सरना समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं, को पहली बार मंत्री बनाया गया है. कोयलांचल क्षेत्र से योगेंद्र महतो और सुदिव्य कुमार सोनू को झामुमो कोटे से शामिल किया गया है. दोनों ओबीसी वर्ग से आते हैं. आरजेडी कोटे से संजय प्रसाद यादव, जो पिछड़ी जाति से हैं, को मंत्री पद दिया गया है.
क्षेत्रीय संतुलन
इस कैबिनेट विस्तार में जातीय और क्षेत्रीय समीकरण को संतुलित रखने की पूरी कोशिश की गई है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नए और पुराने चेहरों को मिलाकर एक सशक्त टीम तैयार की है, जो झारखंड को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की उम्मीद जगाती है.
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