टीएनपी डेस्क (TNP DESK):- कुछ दिन पहले तक मानसून की बेईमानी से हर किसी को निराश कर दिया था. उमस भरी गर्मी और आसमान में खिली धूम ने गर्मी के मौसम का अहसास कराया था. किसानों के चेहरे अपनी फसल को सूखते देखकर मुरझा गये थे. लेकिन, दो दिन से हो रही लगातार बारिश से लोगों ने राहत की सांस ली है. राजधानी रांची और आसपास के इलाके में तो मौसम सुहावना और हल्के-मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग की माने तो अगले पांच दिनों तक मानसून का यही हाल रहेंगा यानि हल्की बारिश और काले बादल आसमान में छाए रहेंगे. दस दिसंबर के बाद गरज के साथ भारी बारिश का अनुमान जताया गया है.
जनमाष्टमी पूजा में बारिश की संभावना
हर साल जन्माष्टमी के मौके पर हर साल बारिश देखने को मिली है. लिहाजा इस बार भी बारिश की संभावना जतायी गई है. जमशेदपुर में भी पिछले दो दिन से पानी झमाझम बरसा है. आगे भी बारिश होने की संभावना जताई गई है. इधर पलामू, गढ़वा और लातेहार में बारिश नहीं होने के चलते तापमान में एक डिग्री सेल्सियस से अधिक की बढ़ोत्तरी देखने को मिली है. अधिक तापमान में 1.1 डिग्री और न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी हुई है. लिहाजा, ऐसी स्थिति में उमस भरी गर्मी बरकरार है. कोडरमा में जिले में बारिश होने के आसार जताए गये हैं. मौसम विभाग की माने तो कई इलाकों में हल्के गरज के साथ मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है.
पिछले छाह साल से कमजोर मानसून
झारखंड में लगातार दूसरे साल सूखाग्रस्त होने जैसे हालात पनपे हैं. इस बार भी औसत से कम बारिश हुई. देखा जाए तो पिछले छह साल में लगातार मानसून कमजोर होता दिख रहा है. अगर छह साल के रिकॉर्ड को देखे तो एक जून से 27 अगस्त तक की बारिश पर गौर फरमाए तो इस वर्ष सबसे कम बारिश हुई. अगस्त तक पूरे झारखंड में मात्र 501.8 मिमी बारिश हुई. यह सामान्य बारिश से 35 फीसदी कम है. वही 2018 और 2019 में 26 फीसदी कम वर्षा हुई थी.पिछले साल भी मानसून उतना मेहरबान नहीं रहा. वर्ष 2020 और 2021 में भी सामान्य बारिश हुई. इस दौरान तीन से सात फीसदी की कमी दर्ज की गई.
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