चतरा एसिड अटैक मामला: पीड़ित परिवार को मिला सरकार का साथ, बेहतर इलाज के लिए एयर लिफ्ट कर भेजी गई दिल्ली


चतरा (CHATRA) : दुमका की अंकिता की दर्दनाक मौत के बाद चतरा की नाबालिक पीड़िता को सरकारी सहायता मिली है. सीएम के आदेश के बाद उसे एयर लिफ्ट करा कर बेहतर इलाज के लिए दिल्ली भेजा गया है. साथ ही पीड़ित परिवार को एक लाख रुपए की सहायता राशि भी दी गई है. हालांकि घटना 5 अगस्त की ही है, लेकिन इस घटना पर किसी की नींद नहीं टूटी, जब दुमका की अंकिता सिंह की मौत हो गई तब जाकर इस बच्ची की तरफ सरकार का ध्यान गया.
अंकिता के मामले के कारण मिली चतरा की नाबालिग को सहायता
बता दें कि चतरा की नाबालिग बच्ची पिछले 25 दिनों से जीवन और मौत से जूझ रही है. हालांकि इस दौरान न तो कोई राजनेता, न ही कोई प्रशासन, न ही सरकार इस मामले में संवेदनशील हुई. क्योंकि इसमें किसी को वोट की राजनीति नहीं दिखाई पड़ रही थी. जैसे ही अंकिता का मामला आया और वोट की राजनीति समझ में आयी, भाजपा सहित पूरा विपक्ष सरकार को घेरने में लग गया. लेकिन चतरा की इस घटना से किसी को कोई लेना देना नहीं था. क्योंकि राजनेताओं को तो महज वोट की फसल काट लेने की आदत है, उनकी संवेदनायें जनता से नहीं बल्कि उनका मतलब तो वोट से ही है.
क्या था मामला
चतरा के एक सिरफिरे आशिक ने पीड़िता और उसकी मां पर 5 अगस्त की रात्रि तेजाब डालकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया था. जब पीड़िता और उसकी मां अपने घर में सो रहीं थी. इसी दौरान कमरे में प्रवेश कर पीड़िता के चेहरे और शरीर पर तेजाब उड़ेल दिया. बचाने के दौरान उसकी मां पर भी तेजाब पड़ गया था. बाहर सो रहे पीड़िता के छोटे भाई और बहन चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर जागे. जिसके बाद ग्रामीण भी इकट्ठा हो गये. लेकिन इससे पहले आरोपी तेजाब डालकर फरार हो गया था. ग्रामीणों ने मां बेटी को गंभीर अवस्था में हंटरगंज अस्पताल लाया. जहां स्थिति गंभीर रहने के कारण दोनों को गया मगध मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. उसके बाद पुत्री की स्थिति चिंताजनक रहने के कारण पटना रेफर कर दिया गया. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की छानबीन की. पीड़िता के भाई और बहन ने तेजाब डालने का आरोप पीड़िता के सिरफिरे प्रेमी बेला गांव के दीपक भारती पर लगाया है. दीपक भारती फोन पर काजल और उसके परिजनों को जान से मारने की धमकी दे रहा था.
6 माह पहले पीड़िता को घर से भगा ले गया था आरोपी
बता दें कि करीब 6 माह पहले दीपक बहला फुसलाकर घर से पीड़िता को ले भागा था. काफी दबाव के बाद दीपक ने काजल को छोड़ा था. जिसके बाद से लगातार दीपक काजल और उसके परिजनों को जान से मारने की धमकी देने का काम कर रहा था. दीपक पीड़िता का फोटो और वीडियो गांव के लोगों के मोबाइल पर वायरल कर उसे बदनाम भी कर रहा था. पुलिस ने आरोपी के घर और संभावित जगहों में छापामारी अभियान चलाया. इस घटना से आरोपी के भाई बहन दहशत में हैं. मालूम हो कि पीड़िता के पिता सिरसा में रहकर डायरी में काम करते है. घर में पीड़िता अपनी मां और दो छोटे भाई बहनों के साथ रहती थी.
रिपोर्ट: संतोष कुमार, चतरा
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