धनबाद(DHANBAD) : 2024" के विधानसभा चुनाव में भाजपा की झारखंड में करारी हार हुई. भाजपा की सीट घटाने में धनबाद-बोकारो की भूमिका भी कम नहीं रही. भाजपा को हमेशा खाद-पानी देने वाला धनबाद और बोकारो जिला भी इस बार धोखा दे दिया. धनबाद ज़िले के 6 विधानसभा क्षेत्र में से तीन जरूर बीजेपी जीत पाई. लेकिन निरसा और सिंदरी सीट पर भाजपा को बड़ा नुकसान हुआ. इधर, इस नुकसान के बाद भी भाजपा के नेता अपनी पीठ थपथपा रहे है. हो सकता है कि किसी योजना के तहत यह सब किया जा रहा हो.
धनबाद में क्या कहा डॉक्टर रविंद्र राय ने
झारखंड प्रदेश भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ रविंद्र राय ने धनबाद में कहा कि धनबाद जिले के ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को मतदान करने वाले वोटरों की संख्या पिछले विधानसभा चुनाव से अधिक हुई है. पार्टी के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है. हम सीट नहीं जीते हैं, लेकिन हमारा जनआधार अधिक हुआ है. उन्होंने विशेष सदस्यता अभियान चलाने का निर्देश दिया. यह भी कहा कि विभिन्न मोर्चा के लोग एक-एक दिन बूथों पर विशेष अभियान चलाइये. जो भी हो, भाजपा अभी सदस्यता अभियान को लेकर जोर-जोर से काम कर रही है. झारखंड में भाजपा अभी संगठन पर्व मना रही है. इस पर्व में सबकी भागीदारी सुनिश्चित करने को कहा गया है. भाजपा नेता और कार्यकर्ता घूम रहे हैं और कह रहे हैं कि उन्हीं से सदस्यता ली जाए.
रविवार को विशेष अभियान चलाया गया
इधर, भारतीय जनता पार्टी, धनबाद महानगर के सभी 17 मंडलों के विभिन्न क्षेत्रों में रविवार से संगठन पर्व ,सदस्यता अभियान के तहत विशेष अभियान की शुरुआत की गई. विधायक राज सिन्हा ने कहा कि धनबाद सहित पूरे झारखंड में जोर-शोर से सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है. आम लोग भाजपा की नीति और सिद्धांत की वजह से भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर रहे है. वैसे भी प्रदेश नेतृत्व को लेकर भाजपा अभी दुविधा में है. जनवरी के अंत तक या फरवरी के शुरुआती सप्ताह में झारखंड प्रदेश भाजपा संगठन में बदलाव हो सकता है. अभी तक यह फाइनल नहीं हुआ है कि प्रदेश अध्यक्ष की बागडोर किसके पास रहेगी.
फिलहाल बाबूलाल मरांडी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष है
फिलहाल बाबूलाल मरांडी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष है. लेकिन संभावना है कि उन्हें बदल दिया जाएगा. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की भाजपा की सक्रिय राजनीति में एंट्री हो गई है. संभावना यही है कि रघुवर दास को ही प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है. भाजपा 2024 के चुनाव में मिली हार के बाद अब नए ढंग से काम करना शुरू कर दिया है. इस बार उम्मीद है कि भाजपा ओबीसी कार्ड खेलेगी. भाजपा के पास झारखंड में ओबीसी कोटे से रघुवर दास से बड़ा कोई नेता नहीं है. धनबाद और बोकारो जिला हमेशा भाजपा को खाद-पानी देते रहे है. 2019 में भी धनबाद-बोकारो में भाजपा का परफॉर्मेंस ठीक-ठाक था. लेकिन 2024 में भाजपा चंदनकियारी सीट हार गई, बोकारो सीट भी हार गई, निरसा सीट और सिंदरी सीट भी हाथ से निकल गया. यह अलग बात है कि झरिया सीट पर भाजपा को विजय श्री मिली.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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