रांची(RANCHI): झारखंड की चर्चित दरोगा मीरा सिंह ED के सवालों का लगातार सामना कर रही है.ग्यारह बजे मीरा ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंच गई है. सवाल जवाब शुरू है. बता दे कि इससे पहले भी मीरा से ईडी की पूछताछ हो चुकी है.पहले बार के जवाब से इडी के अधिकारी संतुष्ट नहीं हुए जिसके बाद फिर दोबारा उन्हें तलब किया है. मालूम हो की मीरा सिंह और इनसे जुड़े ठिकानो पर ईडी की दबिश हुई थी. इस रेड में कई दस्तावेज के साथ-साथ आठ मोबाइल फ़ोन जब्त किया था. ईडी की एक बड़ी टीम मीरा के ठिकानों पर छापेमारी में शामिल थी.
छापेमारी में मिली कई जानकारी
बता दे कि मीरा सिंह और इनसे जुड़े ठिकानों पर ईडी ने 20 मार्च को दबिश बनाया था. इस रेड में कई दस्तावेज चैट और अन्य जानकारी मिली थी. वहीं मीरा सिंह के चैट में कई जानकारी मिली है. सूत्रों की माने तो मीरा सिंह से एक IPS अधिकारी ने ट्रांसफर के लिए गुहार लगाया था. अधिकारी को मनचाहे जिले में पोस्टिंग करानी थी. मीरा ने उस अधिकारी का ट्रांसफर बड़े ही आराम से करा दिया. इससे ही मीरा की पहुंच का अंदाजा लगाया जा सकता है. आईपीएस अधिकारी और दरोगा में आसमान जमीन का फ़र्क है. लेकिन यह झारखंड है यहां कुछ भी संभव हो सकता है.इसके अलावा अवैध बालू के ट्रक को क्रॉस कराने संबंधित भी चैट ईडी को मिला है.जिसमें ट्रक का नंबर और डिटेल्स मीरा को व्हाट्सअप के जरिए भेजा जाता था.इन सब सवालों का जवाब ईडी तलाश रही है.
बालू और ट्रांसफर पोस्टिंग से जुड़े मामले में पहले तो मीरा को समन भेज कर पूछताछ के लिए बुलाया है. पूछताछ के बाद मीरा से हुए सवाल जवाब की वेरीफिकेशन के लिए संबंधित व्यक्ति को समन भेज कर पूछताछ के लिए भी बुलाया जा सकता है. इससे साफ है कि ईडी के अधिकारी मीरा के मोबाईल के चैट को दिखा कर सवाल जवाब कर रहे है तो जवाब देना थोड़ा मुश्किल है.ऐसे में मीरा के साथ साथ बालू का सिंडीकेट चला रहे लोगों के सामने भी एक मुश्किल हालत बन जाएंगे.
मीरा पर ईडी ने दर्ज किया EICR
ACB में दर्ज केस के आधार पर ईडी यानि प्रवर्तन निदेशालय ने मीरा सिंह पर EICR दर्ज कर लिया था . इस दर्ज EICR के आधार पर ही अब आगे की जांच की जा रही है. जांच में कई कड़ी जुड़ेगी. बताया जा रहा है कि हेमंत सोरेन की सरकार में मीरा का रसूख काफी अधिक था. किसी मामले में DGP ने इनका तबादला हजारीबाग कर दिया था. जिसके बाद मीरा ने उस तबादले को ही वापस करा दिया था. दावा किया जा रहा है कि मीरा हेमंत सरकार में प्रभावी रहे एक व्यक्ति के संपर्क में थी. उससे संबंधित भी चैट मिले है.
मालूम हो की यह वही मीरा सिंह है जिन्हें ACB ने दस हजार रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार किया था. मामला 2021 का है जब खूंटी में महिला थाना में मीरा सिंह दरोगा थी. एक केस मैनेज करने के मामले में ACB ने शिकायत दर्ज कराई गई थी. उसके बाद मीरा की गिरफ़्तारी हुई जेल गई. लेकिन जेल से छूटने के बाद वापस इन्हे रांची में पोस्टिंग की गई. और टुपू दाना ओपी का प्रभारी बना दिया गया. करीब दो साल से अधिक समय से मीरा टुपुदाना की प्रभारी है.
रिपोर्ट. समीर हुसैन
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