धनबाद(DHANBAD): धनबाद के बैंक मोड़ स्थित श्रीराम प्लाजा में लड़की की हत्या के बाद पुलिस संदेही ब्रांच मैनेजर की खोज में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. ब्रांच मैनेजर घटना के बाद सरायढेला स्थित अपने घर गया है. घर में ही मोबाइल छोड़ दिया. मोबाइल को स्विच ऑफ कर दिया और उसके बाद कहीं चला गया. घर वालों को भी वह कुछ नहीं बताया है. मृतिका भी शादी शुदा थी और संदेही ब्रांच मैनेजर भी विवाहित है. इधर, सीसीटीवी में मृतिका ऑफिस जाने के लिए सीढ़ी पर चढ़ती दिख रही है. फिर ब्रांच मैनेजर भी सीढ़ी से उतरते दिख रहा है. उसके हाथ में एक झोला भी है. पुलिस को कार्यालय से कोई हथियार बरामद नहीं हुआ है. जबकि खंजर भोंक कर लड़की की हत्या की गई है. हो सकता है कि झोले में हथियार लेकर ब्रांच मैनेजर निकला हो. इस घटना ने लोगों को आश्चर्य में डाल दिया है. किन परिस्थिति में आखिर रविवार को लड़की और ब्रांच मैनेजर वहां पहुंचे, यह कई सवाल खड़े कर रहा है.
तो क्या लड़की को ब्लैकमेल कर ऑफिस बुलाया गया था ?
क्या लड़की को ब्लैकमेल कर रविवार के दिन दफ्तर बुलाया गया था? संदेही ब्रांच मैनेजर ही अब इस पूरे प्रकरण से पर्दा उठा सकता है. लड़की इस दुनिया में नहीं है और दूसरा कोई प्रत्यक्षदर्शी है भी नहीं. लड़की की हत्या करने के बाद कार्यालय को बंद कर दिया गया था. पुलिस जब मोबाइल लोकेशन के आधार पर खोजबीन शुरू की तो लड़की का लोकेशन दफ्तर में मिला. फिर सोमवार को जब दफ्तर खुलवाया गया तो लड़की की लाश मिली. 7 दिसंबर को लड़की की शादी हुई थी और 22 जनवरी को उसकी लाश धनबाद के बैंक मोड़ श्रीराम प्लाजा स्थित टाटा ए आई ए म्युचुअल फंड के दफ्तर में मिली. शादी तय होने के बाद मृतक निशा दफ्तर जाना छोड़ दी थी. हत्या करने का आरोप ब्रांच मैनेजर नीरज आनंद पर लग रहा है.
हत्या के साक्ष्य भी ब्रांच मैनेजर की ओर कर रहे इशारा
साक्ष्य भी उसी ओर इशारा कर रहे है.नीरज आनंद भूमिगत हो गया है. पुलिस को शक है कि नीरज ने ही शादीशुदा निशा को दफ्तर बुलाकर उसके पीठ में खंजर घोंप हत्या कर दी. श्रीराम प्लाजा व आसपास के भवन में लगे सीसीटीवी कैमरा से नीरज आनंद की भूमिका संदिग्ध प्रतीत हो रही है. निशा के पिता दीपक भगत ने भी सीधे तौर पर नीरज को हत्या के लिए जिम्मेदार बताया है. पुलिस मुकदमा दर्ज कर नीरज की तलाश कर रही है. बैंक मोड़ पुलिस, सराय ढेला पुलिस की मदद से नीरज की तलाश के लिए उसके घर पहुंची, लेकिन वह घर पर नहीं मिला. सीसीटीवी में अकेले करीब एक बजे निशा दफ्तर आती नजर आई. जबकि 2.38 बजे अकेले नीरज आनंद दफ्तर से निकलकर जाते दिख रहा है. घटनास्थल पर कोई हथियार नहीं मिला है. नीरज का फरार होना भी उसके खिलाफ सबसे बड़ा सबूत बन रहा है. पोस्टमार्टम में मौत की वजह पीठ में नुकीली चीज के प्रहार से फेफड़ा जख्मी होना बताया जा रहा है. निशा का सिर कुर्सी पर और उसका पूरा शरीर जमीन पर पड़ा हुआ था. उसके शरीर के हिस्से में चोट के निशान भी थे.
धनबाद के मनई टांड़ की रहने वाली थी मृतक निशा
मनई टांड़ धनबाद की रहने वाली निशा के पिता दीपक भगत ने बताया है कि उन्होंने खुद बाइक से 21 जनवरी की दोपहर बेटी को बैंक मोड़ जेपी चौक छोड़ा था. गांधीनगर में निशा की एक करीबी की शादी होने वाली थी. इस शादी के लिए खरीदारी की बात कह कर मृतक बैंक मोड़ पहुंची थी. पिता ने बताया कि 2 साल से वहा पुत्री कार्यरत थी. शादी तय होने के बाद उसने काम छोड़ दिया. इसी बात से लेकर मैनेजर नाराज था. पिता के अनुसार शाम तक पुत्री घर नहीं आई तो उन्होंने मामले की शिकायत बैंक मोड़ थाने में की. पुलिस लगातार निशा का मोबाइल लोकेशन खंगाल रही थी. सोमवार की सुबह लोकेशन के आधार पर पुलिस दफ्तर तक पहुंची और कर्मी को बुलाकर ऑफिस खोला तो अंदर निशा का शव पाया गया. शव बरामद होने के 20 घंटे पहले हत्या करने की आशंका व्यक्त की गई है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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