धनबाद(DHANBAD): दुमका के शिकारीपाड़ा के निलंबित एसबीआई शाखा प्रबंधक मनोज कुमार के खिलाफ धनबाद सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है. उनके ऊपर जालसाजी और साइबर अपराधियों से सांठगांठ करने का आरोप है. इतना ही नहीं बैंक मैनेजर रहते हुए ढाई करोड़ की हेराफेरी करने का भी उनके ऊपर आरोप लगाया गया है. दुमका के रीजनल मैनेजर ने सीबीआई से मनोज कुमार की शिकायत की थी. उनके खिलाफ विभागीय जांच में खुलासा हुआ था कि उन्होंने अलग-अलग जगह पर रहते हुए वर्ष 2013 से 18 के बीच कई गड़बड़ियां की है. इससे बैंक को लगभग ढाई करोड़ का नुकसान हुआ है. रीजनल मैनेजर की शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद सीबीआई ने मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज कर ली है. जानकारी के अनुसार बैंकों का मोबाइल नंबर साइबर अपराधियों को उपलब्ध करा दिया जाता था.यह काम बैंक से ही होता था. मोबाइल नंबर के आधार पर ग्राहकों के खाते से आसानी से ठगी हो जाती थी. बरहरवा के एक व्यक्ति के खाते से दस लाख की ठगी में मदद की शिकायत में भी मनोज कुमार का नाम आया था. गड़बड़ी के आरोप में बैंक मैनेजर जेल भी गए थे. अगर बैंक मैनेजर के खिलाफ आरोप सही साबित होते हैं तो यह बहुत गंभीर बात होगी. हालांकि, इसके लिए सीबीआई की जांच का इंतजार करना होगा. बैंक मैनेजर ही अगर साइबर अपराधियों से मिल जाए और ग्राहकों के सीक्रेट बातों को भी लीक करने लगे, उनके मोबाइल नंबरों को साइबर अपराधियों तक पहुंचा दे तब तो बैंक व्यवस्था के भगवान ही मालिक होंगे.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह,धनबाद
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