रांची(RANCHI): भाजपा विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के खिलाफ पहले से ही भ्रष्टाचार के मामले थे. एसीबी ने इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए हेमंत सरकार से अनुमति मांगी थी लेकिन यह अनुमति आज तक नहीं दी गई इसका अर्थ है कि वीरेंद्र राम सरकार के साथ ताल से ताल मिला कर चल रहे थे.
बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया कि सत्ता के संरक्षण में वीरेंद्र राम कथित रूप से भ्रष्टाचार करते रहे हैं और इसका शेयर मंत्री और मुख्यमंत्री तक जाता रहा है. तभी एसीबी के द्वारा अनुमति मांगे जाने पर भी अनुमति नहीं दी गई. उन्होंने ईडी से मांग की है कि इस मामले में विस्तृत जांच की जाए क्योंकि यह एक बड़ा मामला है. उन्होंने यह भी कहा कि ग्रामीण विकास या ग्रामीण कार्य विभाग में चल रही योजनाओं को किसके इशारे पर मैनेज किया जाता था और इसके एवज में क्या कुछ होता था यह सभी को पता है. विस्तृत रूप से जांच होने पर निश्चित रूप से यह आज मुख्यमंत्री तक पहुंचेगी. भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने आगे आरोप लगाया कि मीडिया में आई रिपोर्ट के अनुसार हाईकोर्ट ने भी इस अभियंता वीरेंद्र राम को वीआरएस देने संबंधी टिप्पणी की थी. इसका अर्थ है कि यह व्यक्ति भ्रष्टाचार में गहरा डूबा हुआ था. राज्य की हेमंत सरकार के द्वारा इसे अभी तक बचाया जा रहा था. उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रवर्तन निदेशालय की जांच और तेज होगी तो सारा कुछ सामने आ जाएगा.
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