धनबाद(DHANBAD): उत्तर प्रदेश के अयोध्या रेप कांड ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को बैक फुट पर लाकर खड़ा कर दिया है. उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 10 सीटों पर उपचुनाव होने है. ऐसे में भाजपा भी राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रही है, तो मायावती भी अखिलेश यादव पर हमलावर है. बलात्कार करने का आरोप अल्पसंख्यक सपा नेता पर लगा है.वह गिरफ्तार होकर जेल में है. जिस अयोध्या लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी की जीत को अखिलेश यादव बड़ी उपलब्धि बता रहे थे, इसी अयोध्या गैंगरेप कांड ने पॉलिटिकल नॉरेटिव को बदल दिया है. 2024 लोकसभा में 37 सीट समाजवादी पार्टी के खाते में गई थी तो 6 सीट पर कांग्रेस की जीत हुई थी. यह बहुत बड़ी जीत थी. इस जीत को अखिलेश यादव पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक और अगड़ा की एकता बता रहे थे. लेकिन अयोध्या में पिछड़ी जाति की एक नाबालिक बच्ची से गैंगरेप में सपा के अल्पसंख्यक नेता के आरोपी बन जाने से अखिलेश पिछड़ा और अल्पसंख्यक के बीच फंसते नजर आ रहे है.
भाजपा को हमला बोलने का मिल गया है मौका
इस घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी को सपा पर हमला बोलने का मौका मिल गया है. गैंगरेप केस में आरोपियों की डीएनए टेस्ट कराकर दोषियों को सजा देने की मांग सपा का स्टैंड है. सपा भाजपा पर गलत नीयत से इस केस में पार्टी को बदनाम करने और राजनीतिक फायदा उठाने का आरोप लगा रही है. अस्पताल में भर्ती पीड़िता से मिलने के लिए भाजपा के नेता और मंत्री पहुंच रहे है. लोकसभा चुनाव में अल्पसंख्यकों के अलावे दलित और पिछड़ों का वोट समाजवादी पार्टी को मिला था. वोट कांग्रेस को भी मिला था. लेकिन भाजपा अब दोगुनी ताकत से पिछड़े वोटो को वापस लाने में जुटी हुई है. ओबीसी नेता केशव प्रसाद मौर्य मुखर होकर सवाल उठा रहे हैं कि बलात्कारियों को बचाना समाजवादी पार्टी की फितरत रही है. विधानसभा चुनाव में तो अभी 2 साल की देरी है, लेकिन 10 सीटों के उपचुनाव की लड़ाई उत्तर प्रदेश में शुरू हो गई है. जिन 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं ,उनमें पांच सपा के पास, तीन भाजपा के पास और दो सहयोगी दलों के पास थी. जो भी हो लेकिन अयोध्या गैंगरेप की घटना ने समाजवादी पार्टी को तो बैकफुट पर ला ही दिया है, कांग्रेस भी दुविधा में है. लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर राहुल गांधी अयोध्या क्यों नहीं जा रहे है.
अपराधी चाहे किसी भी दल का हो ,उसे सजा तो मिलनी ही चाहिए
राज्यसभा सांसद संगीता बलवंत ने कहा कि भाजपा सरकार की नीति है कि पीड़ित किसी भी जाति या धर्म का हो, उसे हर हाल में न्याय मिलना चाहिए. अपराधी कितना भी रसूख वाला हो, उसे सजा मिलकर रहेगी. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव कहते थे कि लड़के हैं, उनसे गलती हो जाती है. अब उसी पार्टी के मौजूदा अध्यक्ष डीएनए टेस्ट कराने की बात कर रहे है. किसी भी सूरत में अपराधी के साथ नहीं खड़ा होना चाहिए, चाहे वह हमारे दल का ही क्यों न हो. भदरसा में कई दशक से आरोपी सपा नेता मोईद खान के मकान में पुलिस चौकी किराए पर चल रही थी. दुष्कर्म की घटना के प्रकाश में आने के बाद एसएसपी ने तत्काल पुलिस चौकी खाली करा कर भरतकुंड में शिफ्ट करा दी है.
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