टीएनपीडेस्क(TNPDESK): झारखंड में सरकार की ओर से जन्म से लेकर मृत्यु तक महिलाओं पर कई योजनाओं के तर्ज पर करोड़ों रुपये खर्च किए जाते है. वहीं इस बीच अगर मंईयां सम्मान योजना की बात की जाए तो झारखंड में यह योजना काफ़ी सुर्ख़ीयों में है, इस योजना का लाभ झारखंड की तमाम 18 से 50 वर्ष की महिलाओं को सीधे उनके खाते में 2,500 रुपये भेज कर दिया जा रहा है. लेकिन क्या आपको पता है मंईयां सम्मान योजना के अलावा भी केंद्र और राज्य सरकार की ओर से महिलाओं और लड़कियों के लिए कई योजना की शुरुआत की गई है. जो, उनके जन्म से लेकर पालन-पोषण, पढ़ाई-लिखाई यहाँ तक की शादी के लिए भी है. लेकिन, राज्य के कई ऐसी महिलाएँ हैं जो इन सभी योजना से वंचित है. तो, आईए जानते हैं सरकार की इस योजना के तहत आपको कितना लाभ मिल सकता हैं.
सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना – इस योजना का लाभ 13 से 18 वर्ष की किशोरियों को दिया जा रहा है. इसके तहत किशोरियों को आठवीं कक्षा से लेकर बारहवीं तक पाँच किस्तों में 40,000 रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाती है. बता दे कि आठवीं और नवीं कक्षा में 2,500 रुपए वहीं दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं में 5,000 रुपए किशोरियों के बैंक खाते में डाले जाते हैं. वहीं जब किशोरी 18 साल की हो जाती हैं तो मतदान पहचान पत्र बनने के बाद उन्हें 20 हज़ार रुपए उनके खाते में डाले जाते हैं. यानी हर महीने किशोरियों को इस योजना के तहत सरकार की ओर से 600 रूपये दिए जा रहे हैं.
कन्यादान योजना – सरकार की ओर से महिलाओं की शिक्षा के साथ ही कन्यादान योजना की भी शुरूवात की गई है. कन्यादान योजना के तहत सरकार विवाह के समय ही 30 हजार रुपया दिए जाने का प्रावधान है. इस योजना का लाभ गरीब वर्ग के परिवार वालों को मिलता है.
वृद्धा पेंशन - केंद्र और राज्य सरकार की वृद्धा पेंशन एक बड़ी योजना है. इस योजना का लाभ 50 वर्ष से अधिक महिलाओं को दिया जा रहा है, उनकी सहायता के लिए हर महीने उनके खाते में 1000 रूपये डाले जा रहे हैं.
विधवा पेंशन योजना - दुर्भाग्यवश कोई महिला विधवा हो जाती है तो उन्हें विधवा पेंशन के रूप में हर महीने 1000 रूपये सरकार की ओर से दिए जाते हैं. ताकि उनकी आर्थिक सहायता की जाएं. वहीं यदि कोई महिला शादी नहीं करना चाहती या किसी कारण वह अकेली रहती है. तो उन्हें भी सरकार के ओर से हर महीने 1000 रूपए दिए जाते हैं.
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