धनबाद(DHANBAD): कुख्यात गैंगस्टर अमन सिंह की धनबाद जेल में हत्या करने वाले शूटर रितेश यादव उर्फ सुंदर महतो ने खुलासा किया है कि आशीष रंजन ने नेपाल में उसे एक लाख रुपए देकर धनबाद बुलाया था. सोमवार को केस के आईओ और सरायढेला थाना के प्रभारी विनय कुमार ने रितेश यादव के स्वीकारोक्ति बयान को कोर्ट के समक्ष पेश किया.सुंदर महतो उर्फ रितेश यादव ने यमन सिंह हत्याकांड मामले में एक बड़ा खुलासा किया है कि पहले उस पर जेलर को मारने का दबाव बनाया गया था लेकिन वह तैयार नहीं हुआ. इसके बाद यमन सिंह की हत्या की योजना बनाई गई.
रितेश यादव ने बताया कैसे दिया घटना को अंजाम
रितेश ने बताया है कि कुणाल के जरिए वह आशीष रंजन के संपर्क में आया. नवंबर में वह और कुणाल आशीष रंजन से मिलने नेपाल गए थे. आशीष ने नेपाल में उसे बताया था कि धनबाद में एक काम करना है .उसे एक लाख रुपए भी दिए. फिर उसे धनबाद जेल पहुंचाया गया. धनबाद जेल पहुंचने के बाद उसे एक लड़का वार्ड 3 के बाथरूम में ले गया और उसकी बातचीत आशीष रंजन से कराई. रितेश यादव ने पुलिस को बताया कि 3 दिसंबर की दोपहर अमन सिंह अपने बेड पर सोया हुआ था. सुजीत उसका पैर दबा रहा था. तब वह अमन सिंह के बेड के पास जाकर सुजीत से बात करने लगा और वार्ड में रहने वाले आदमियों को देखने लगा. थोड़ी देर में सुजीत पैर दबाकर चला गया.अमन सिंह कंबल ओढ़कर सोया हुआ था और उसकी किसी से बात करने की आवाज आ रही थी. मौका देखकर वह अमन सिंह के बेड के पास पहुंचा और उसके सिर में गोली मार दी. उसके बाद ताबड़तोड़ गोली चलाकर भाग गया. वार्ड नंबर 3 के बाथरूम में वह कुछ देर छुपा रहा.
रितेश यादव ने किया खुलासा
रितेश यादव ने पुलिस को यह भी बताया है कि आशीष रंजन से मिले रूपयों से उसने प्रतापगढ़ जाकर अपना कर्ज तोड़ा. 23 नवंबर को बनारस पहुंचा और वहां से ट्रेन पकड़ कर 24 नवंबर को आसनसोल आया. आसनसोल से हेलमेट पहने युवक ने उसे धनबाद लाया. चारों तरफ कोयला खदान और एक जैसे घर के पास उसे रखा गया था. उसके बाद चोरी के बाइक के साथ वह पकड़ा गया और धनबाद जेल पहुंचा. सुंदर महतो उर्फ रितेश यादव ने यह भी स्वीकार किया है कि पहले उस पर जेलर को मारने का दबाव बनाया गया था लेकिन वह तैयार नहीं हुआ.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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