रांची(RANCHI): धनबाद जेल में जिस प्रकार से गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या की गई, उसे पूरा सरकारी महकमा चिंतित है.किस प्रकार से जेल में हथियार पहुंचा और दिन के उजाले में गैंगस्टर अमन सिंह को गोलियों से छलनी कर दिया गया.गैंगस्टर आतंक का पर्याय बन चुका था.उसके कई अन्य गैंगस्टर से दुश्मनी भी चल रही थी.लेकिन इस घटना को लेकर सरकार चिंतित हो गई है.इधर गृह सचिव ने भी सभी जिलों की सुरक्षा को बढ़ाने का निर्देश दिया है.गृह विभाग ने सभी जेल अधीक्षक और जेलर को निर्देश दिया है कि सभी वार्डों में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर आवश्यक इंतजाम किया जाए.किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जानी चाहिए.गृह सचिव ने सभी उपायुक्त और जिला पुलिस अधीक्षकों को इस संबंध में भी निर्देश दिया है.
जेलर और कक्षपाल निलंबित किए गए हैं
धनबाद जेल कांड को लेकर सरकार ने जेलर मोहम्मद मुस्तकीम को निलंबित कर दिया है.इसके अलावा पांच अन्य कक्षपाल को भी निलंबित किया है.जानकारी के अनुसार चतरा के जेलर वी के वर्मा को धनबाद के जेलर की जिम्मेदारी दी गई है.इस घटना के बाद जेल प्रशासन एक बार फिर से जेल के अंदर की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेगा.इधर सोमवार को धनबाद जेल में छापेमारी की गई जिसमें घटना में प्रयुक्त दो पिस्टल 6 मोबाइल और नगदी बरामद किए गए. जिस पिस्टल से अमन सिंह की हत्या की गई,उसे भी बरामद कर लिया गया है.उल्लेखनीय है कि गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या मामले में सुंदर महतो को पकड़ा गया है.उसी ने अमन सिंह की हत्या की है.उसे हथियार उपलब्ध कराने में विकास बजरंगी और सतीश गांधी का हाथ बताया जा रहा है. सुंदर महतो को गोली चलाते हुए सीसीटीवी फुटेज में देखा गया है उसे डिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी.
कोर्ट भी ले चुका है मामले का संज्ञान
धनबाद जेल में गैंगस्टर और शूटर रमन सिंह की हत्या के मामले पर झारखंड हाई कोर्ट ने संज्ञान लिया है.सोमवार को हाईकोर्ट ने सरकार से यह जानना चाहा कि आखिर जेल में हथियार कैसे पहुंचा. झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्रा और जस्टिस आनंद सेन की बेंच ने हत्याकांड के संबंध में सरकार से पूरी जानकारी मांगी.कोर्ट ने जेल में सुरक्षा में इस तरह की लापरवाही पर रिपोर्ट मांगी है.इसके लिए जेल आईजी को तलब किया गया है.
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