गढ़वा(GARHWA): अब ऐसे राहतभरे दृश्य दुर्लभ होते जा रहे हैं, जो हमारी सदियों पुरानी गंगा-जमनी तहज़ीब की पहचान रहे हैं. दीवार के इस पार से आरती गूंजे तो उस ओर से आए अज़ान की आवाज़. प्रेम और बंधुत्व की ऐसी मनभावन सर्वधर्म संभाव की तस्वीर आज पलामू के गढ़वा से आई है. एक ही मंच पर गलबहियां करते पुजारी और मौलाना दिखे. चलिये बताते हैं कि फिजा में तैरती सियासी नफरतों के बीच यह खुशनुमा माहौल किसने तैयार किया.
मंदिर के पुजारी और मस्जिद के इमाम ने किया उद्घाटन
दरअसल, व्यवसायी शौकत खान के मल्टी ब्रांड इलेक्ट्रॉनिक शो रूम के उद्घाटन का अवसर था. अमूमन किसी भी प्रतिष्ठान के उद्घाटन के मौके पर काफी तामझाम किया जाता है. उद्घाटन लोग किसी जनप्रतिनिधि या सेलिब्रिटी से करवाते हैं. लेकिन शौकत खान ठहरे गंगा-जमनी संस्कृति के जीवंत मिसाल. उन्होंने इस नेक काम के लिए हिदू और इस्लाम के धर्म गुरुओं को आमंत्रित किया.
कहा- मजहब नहीं सिखाता आपस मे बैर रखना
गढ़देवी मंदिर के पुजारी राजन पांडेय और जामा मस्जिद के इमाम हाजी हाफिज अब्दुस्समद ने मल्टी ब्रांड इलेक्ट्रॉनिक शो रूम का उद्घाटन किया. मौके पर दोनों धर्म गुरुओं ने कहा कि मजहब नहीं सिखाता आपस मे बैर रखना. बता दें कि गढ़वा पहले सामाजिक सौहार्द का केंद्र बना रहा है. यहां शायद ही कभी सांप्रदाय को लेकर किसी पक्ष में लड़ाई हुई है. ये क्षेत्र और यहां के लोग पूरे देश और दुनिया के लिए आपसी सौहार्द की खुद जीता जागती मिसाल हैं.
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