रांची(RANCHI): झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं के पाला बदलने का सिलसिला जारी है. हाल ही में झामुमो के कद्दावर नेता चंपाई और लोबिन ने पार्टी को टाटा बाय बाय बोलते हुए भगवा रंग में रंग गए. लेकिन अभी और भी नेताओं के दल बदलने की खबर चर्चा में है. भाजपा का दावा है कि झारखंड में एक दर्जन से अधिक विधायक संपर्क कर रहे है.अब इस दावे में कितना हकीकत है और कितना फ़साना यह तो आने वाला समय ही तय करेगा. लेकिन एक बात तो साफ है कि झारखंड की राजनीतिक फिजा अभी और भी गर्म होने वाली है.
दरअसल झारखंड में भाजपा को जीत के शिखर तक पहुंचाने की जिम्मेवारी भाजपा ने दो बड़े नेताओं को दी है. झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान और सह प्रभारी असम के सीएम हिमंता को बना कर मजबूत रणनीति पर भाजपा काम कर रही है. हिमंता और शिवराज ने अपना काम भी बखूबी शुरू कर आलाकमान को दिखाना शुरू कर दिया. झारखंड की कमान मिलते ही दोनों नेताओं ने झामुमो में बड़ी सेंधमारी कर दी.झामुमो ने नाराज चल रहे कदद्वारों की नब्ज टटोल कर उन्हे भाजपा में शामिल करा दिया.
लेकिन अभी और भी नेता कतार में है यह दावा चुनाव सह प्रभारी हीमंता ने किया है. सोमवार को हिमंता बिस्वा सरमा झारखंड दौरे पर पहुंचे तो दावा किया है कि झामुमो और कांग्रेस के 15 से अधिक विधायक उनके संपर्क में है.सभी अपनी पार्टी से नाराज है. लेकिन सभी को भाजपा में जगह नहीं दी जा सकती है. लेकिन आगे बहुत कुछ बाकी है.झारखंड के नेता और जनता दोनों हेमंत सरकार से थक चुकी है.अब चुनाव में परिणाम साफ देखने को मिलेगा. बदलाव की हवा झारखंड में चल रही है.
4+