CMPDI और MECL का होगा विलय, कोयला मंत्री ने दिखायी हरी झंडी
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धनबाद (DHANBAD) : कोल इंडिया लिमिटेड की अनुषंगी कंपनी सीएमपीडीआई के विलय की मंजूरी कोयला मंत्री प्रभात जोशी ने दे दी है. अब इसका विलय मिनरल एक्सप्लोरेशन एंड कंसल्टेंसी लिमिटेड (एमईसीएल ) में होगा. एमईसीएल खनन मंत्रालय की मिनी रत्न कंपनी है और इसका मुख्यालय नागपुर में है. अभी इसके लगभग 1100 सौ कर्मचारी हैं. एमईसीएल पिछले वित्तीय वर्ष में 146 करोड़ का लाभ कमाया था.
13 अप्रैल को लिखा खत
मर्जर की अनुमति मिलने के बाद खनन मंत्रालय के निदेशक तकनीक प्रदीप सिंह ने सीएमपीडीआई के सीएमडी वह एमईसीएल के सीएमडी को पत्र लिखकर सात बिंदुओं पर जानकारी मांगी है. उन्होंने 13 अप्रैल को इस बाबत पत्र लिखा था. पत्र मिलने के बाद सीएमपीडीआई के सीएमडी मनोज कुमार ने कोयला मंत्रालय के संयुक्त सचिव को 18 अप्रैल को पत्र लिख खनन मंत्रालय के निदेशक तकनीक के पत्र पर दिशा निर्देश मांगा है.
इनपर मांगा जवाब
खनन मंत्रालय के निदेशक तकनीक प्रदीप सिंह ने सीएमपीडीआई से यह जानना चाहा है कि कंपनी कब बनी है, अधिकृत पूंजी और चुकता पूंजी क्या है, वर्तमान टर्नओवर एवं लाभ की स्थिति क्या है ,व्यवसाय के अवसर कौन कौन हैं, वर्तमान एवं भविष्य में श्रम शक्ति की क्या जरूरत होगी ,साथ ही संपत्तियों के विस्तार से जानकारी की मांग की गई है. बता दे कि सीएमपीडीआई1975 में बनी थी और इसका हेड ऑफिस रांची में है. कोल् इंडिया को कंसल्टेंसी सेवा देने के लिए इस कंपनी का गठन किया गया था.
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