रांची (Ranchi) : एनआईटी एमसीए कामन एंट्रेस टेस्ट यानि NIMCET 2022 को कंडक्ट कराने की जिम्मेदारी एनआईटी जमशेदपुर को मिली है. पहली बार संस्थान को यह गौरव हासिल हुआ है. कोविड काल में अरसे से सुनसान पड़े एनआईटी जमशेदपुर कैंपस में रौनक लौटने लगी है. दो साल बाद संस्थान offline से online हो गया है. अरसे बाद संस्थान प्रबंधन मीडिया से आधिकारिक तौर पर रूबरू हुआ. शुक्रवार द न्यूज़ पोस्ट की जमशेदपुर ब्यूरो हेड अन्नी अमृता ने डायरेक्टर करूणेश शुक्ला से खास बातचीत की. संस्थान की उपलब्धियों के साथ शैक्षणिक कार्यक्रमों से जुड़ी कई अहम जानकारियां साझा की -
NIT जमशेदपुर कराएगा NIMCET 2022
डायरेक्टर करूणेश शुक्ला ने बताया कि टीसीएस की मदद से परीक्षा का online आयोजन होगा. 4 अप्रैल से 4मई तक online आवेदन किया जा सकता है. परीक्षा 20 जून को जमशेदपुर, भुवनेश्वर, पटना, रांची, गुवाहाटी, मुज़फ्फरपुर, कोलकाता समेत 29 शहरों में online आयोजित की जाएगी.
5 जुलाई को निकलेगा परिणाम, अगस्त से शुरू हो जाएंगी कक्षाएं
NIMSET के आयोजन की जिम्मेदारी पहली बार एनआईटी जमशेदपुर को मिली है. यही वजह है कि इसके समुचित आयोजन को लेकर संस्थान पूरी तैयारी कर रहा है. संस्थान की कोशिश है कि 5 जुलाई को परिणाम आ जाए और अगस्त से विद्यार्थियों की कक्षाएं शुरू हो जाएं. कुल 813 सीट वाली परीक्षा में 314 सीट जनरल है. वहीं जमशेदपुर की बात करें तो उसके हिस्से 115 सीट हैं. आरक्षण के प्रावधान केन्द्रीय मानकों के हिसाब से होंगे और होम कोटा का प्रावधान नहीं है.
2022 से नया इंटीग्रेटेड डिग्री प्रोग्राम
डायरेक्टर करूणेश शुक्ला ने बताया का 2022 से नया इंटीग्रेटेड डिग्री प्रोग्राम शुरू होगा जिसमें छात्र बीटेक और एम.टेक कर सकेंगे. इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समेत अन्य विषयों को फोकस किया जाएगा जो आम तौर पर सब जगह पढ़ाया नहीं जाता. फिलहाल आईआईटी दिल्ली में यह कोर्स है. इसे पढ़कर automobile सेक्टर, एविएशन सेक्टर समेत अन्य सेक्टरों में ज्यादा दक्षता के साथ छात्र किस्मत आज़मा सकते हैं.
इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होगा, लड़के लड़कियों के लिए नए छात्रावास बनेंगे
डायरेक्टर ने बताया कि आनेवाले दिनों में संस्थान का इंफ्रास्ट्रक्चर और भी ज्यादा मजबूत होगा. संस्थान पहले से ही नई बिल्डिंग में शिफ्ट हो चुका है. साथ ही 1000 की क्षमता वाले नए boys hostel और 300 की क्षमता वाली girls hostel का निर्माण होगा. इसके बाद एमटेक और अन्य कोर्स के वैसे छात्र छात्राएं जिन्हें छात्रावास नहीं मिलते थे, उन्हें भी उपलब्ध हो पाएंगे.
90 प्रतिशत होता है प्लेसमेंट
डायरेक्टर करूणेश शुक्ला ने बताया कि संस्थान का प्लेसमेंट रिकार्ड अच्छा रहा है. औसतन 90 प्रतिशत प्लेसमेंट होता है. वहीं छात्रों को इंटर्नशिप का मौका मिलता है और उस दौरान उन्हें पैसे मिलते हैं.
जानिए एनआईटी के बारे में
राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान यानि NIT राष्ट्रीय महत्व के संस्थान हैं. भारत के विभिन्न राज्यों में ये स्थित हैं. यहां इंजीनियरिंग के उच्च स्तर का अध्ययन किया जाता है. भारत में आईआईटी के बाद एनआईटी को उच्च स्तर का दर्ज़ा प्राप्त है. 1951 में इसकी स्थापना की गई थी.
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