लोहरदगा (LOHARDAGA) - गांव में ही रोजगार देने के उद्देश्य से कराए जा रहे मनरेगा के तहत डोभा निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को पिछले 3 माह से मजदूरी का 1रुपया तक नहीं मिला है. मजदूरी के नाम पर इनसे सिर्फ काम कराया जा रहा है. इससे इन मनरेगा मजदूरों के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है. लोहरदगा सदर प्रखंड के रामपुर गांव में डोभा निर्माण कार्य कराया जा रहा है. मनरेगा के तहत इस योजना को धरातल में उतारने की दिशा में काम तो हो रहा है, लेकिन मजदूरों को उनकी मजदूरी नहीं मिल रही.
3 महीनों से लगातार कर रहे काम मजदूर
इस कार्यस्थल पर मनरेगा योजना से जुड़े न ही कोई बोर्ड लगाया गया हैं और ना ही मजदूरों को इसकी कोई सूचना दी गई है. इसके अलावा यहां मजदूरों के लिए मेडिकल की व्यवस्था तक नहीं है. बता दें कि मजदूरों को उनकी मजदूरी के लिए प्रतिदिन 225 रुपए देने की बात कही गई हैं. लेकिन नियमित रूप से डोभा निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को अब तक मजदूरी के 225 रुपए के लिए सिर्फ इंतजार करना पड़ रहा है. पिछले 3 महीने से लगातार ये मजदूर रामपुर के इस स्थल में डोभा निर्माण के कान में जुटे हुए हैं. लेकिन इनकी मेहनत के पैसे इन्हें अब तक नहीं मिले हैं. ऐसी में मजदूर सरकार से अपनी मेहनत के मुआवजा की मांग कर रहे हैं. अब देखना है कि मजदूरों को उनके खून पसीने की कमाई की राशि कब तक मिल पाती है.
रिपोर्ट : गौतम लेनिन, लोहरदगा
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