पुलिस की नौकरी के साथ डाक्टर की भी भूमिका निभाते हैं एसपी, डाक्टर पत्नी भी देती है साथ, पढ़िए पूरी खबर


गुमला (GUMLA) - पृथ्वी पर डॉक्टर को भगवान का दर्जा प्राप्त है. क्योंकि वे सेवा की भावना से काम करते हुए लोगों का जीवन बचाते हैं. लेकिन आज के व्यावसायिक समय में इस सम्मान को समझने वाले चिकित्सकों की संख्या कम हो गयी है. गुमला में इन दिनों डॉक्टर की सेवा के स्वरूप को ना केवल कुछ लोग समझ रहे हैं, बल्कि उसे ईमानदारी पूर्वक निभाने की दिशा में काम भी कर रहे हैं. हम बात कर रहे हैं गुमला के एसपी डॉ एहतेशाम वकारीब, उनकी पत्नी डॉ शुफिया फिरदौस और सीआरपीएफ के चिकित्सक डॉ के भरणीधार जो अपनी पूरी जबाबदेही निभाने के साथ ही नियमित रूप से पुलिस लाइन में कैम्प लगाकर लोगों की जांच कर रहे हैं.
जवान और पुलिसकर्मियों की करते हैं मेडिकल जांच
ये तीनों डॉक्टर गुमला जिला के पुलिस लाइन में नियमित रूप से कैम्प लगाकर जवानों और उनके परिवार की मेडिकल जांच कर रहे हैं. ये लोग अपनी जिम्मेवारी को निभाते हुए जिस तरह से काम कर रहे हैं, उससे निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि डॉक्टर भगवान का ही रूप होते हैं. एसपी की पत्नी डॉ शुफिया फिरदौस रिम्स में होने के बाद अपना समय निकालकर आती हैं और यहां की महिला पुलिस कर्मी और पुलिस वालों के परिवार वालों की जांच करती हैं. उनकी माने तो इस तरह से सेवा करके उन्हें काफी अच्छा लगता है. वहीं सीआरपीएफ के डॉ के भरणीधार की माने तो कैम्प के जवान और पुलिसकर्मी बड़ी बीमारी का शिकार ना हो जाए इसलिए वे इन लोगों का स्वस्थ्य जांच करते हैं.
जवानों को राहत
वहीं पुलिस लाइन में आकर डॉक्टरों की टीम सही रूप से इलाज कर पाए इसको लेकर पुलिस लाइन में पूरी व्यवस्था सार्जेंट मेजर प्रणव कुमार करते हैं. उनकी माने तो नियमित रूप से यहां इनके आने से जवानों को और उनके परिवार को इलाज के लिए बाहर जाना नहीं पड़ता है. वहीं इन चिकित्सकों की टीम के पुलिस लाइन में आकर इलाज करने को लेकर पुलिस के जवानों को भी काफी राहत मिलती है. वे लोग भी इनके आने का इंतजार करते हैं. उनका कहना है कि ड्यूटी के कारण वे लोग छोटी मोटी बीमारी को गंभीरता से नहीं लेते हैं. जो आगे जाकर बड़ी बीमारी बन जाती है. लेकिन पुलिस लाइन में नियमित रूप से कैम्प लगने से उन्हें काफी लाभ मिल रहा है.
होती है सुविधा
गुमला एसपी एहतेशाम वकारीब की पहल पर पुलिस लाइन में शुरू की गई मेडिकल कैम्प में एसपी और उनकी पत्नी के साथ ही सीआरपीएफ के चिकित्सक के नियमित रूप से जांच करने से पुलिस कर्मियों को काफी लाभ मिल रहा है. वहीं इस तरह का जांच कर इन तीनों चिकित्सकों ने इस बात को साबित किया है कि चिकित्सक का दायित्व लोगों की स्वस्थ्य के क्षेत्र में केवल सेवा करना ही है.
रिपोर्ट : सुशील कुमार सिंह, गुमला
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