मुसहर टोला के किसी परिवार को आज तक नहीं मिला उज्जवला योजना का लाभ , लकड़ी पर बनाते हैं खाना


पलामू (PALAMU): महादलित की बात हर कोई करता है. मगर उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.आज भी मुसहर परिवार जंगलों से झुरी लकड़ी चुनकर खाना बनाने को मजबूर हैं. हैदरनगर प्रखंड मुख्यालय से महज दो किलोमीटर दूर पर बुद्धू बीघा गांव के मुसहर परिवार आज भी चूल्हे धुआं में खाना बनाने को मजबूर हैं. उन्हें आज तक प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लाभ नहीं मिला है. हैदरनगर प्रखंड के हैदरनगर पश्चिमी पंचायत के बुद्धु बिगहा के मुसहर टोला में दस से पंद्रह मुसहर परिवार निवास करते हैं. आज भी मुसहर परिवार लकड़ी कोयले के धुआं में खाना बनाने को मजबूर है. उन्हें पीएम उज्जवला योजना से जोड़ने का प्रयास किसी ने नहीं किया. मुसहर परिवार की महिला सुनीता देवी ने बताया कि उनके टोला पर किसी को उज्जवला योजना का लाभ नहीं मिला है. उन्होंने बताया कि किसी के घर में एलपीजी से खाना नहीं बनता है. उन्होंने बताया कि उज्जवला योजना का लाभ कैसे मिलेगा, उन्हें जानकारी भी नहीं है. मुलाही देवी ने बताया कि उनके टोला के सभी घरों में झूरी लकड़ी पर ही खाना बनता है. वह जंगलों से लकड़ियां चुनकर लाती हैं, तब परिवार का भोजन बन पाता है. इस संबंध में पंचायत के मुखिया कमलेश सिंह ने बताया कि उन्हें जानकारी नहीं थी कि मुसहर परिवारों कों उज्जवला योजना का नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि वह इस मामले में अधिकारियों से बात कर मुसहर परिवारों को उज्जवला योजना का लाभ जल्द दिलाने का प्रयास करेंगे.
रिपोर्ट: समीर हुसैन, पलामू
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