बजरी के रखिह भैया लाज हो...पारंपरिक गीतों और विधि विधानों के साथ मना भैया दूज


सरायकेला (SARAIKELA) : क्षेत्र भर में भैया दूज का त्यौहार परंपरागत तरीके से मनाया गया. बहनों ने उपवास व्रत रखते हुए स्नान ध्यान कर पूजा पाठ की. भाइयों के दुश्मनों का नाश करने की कामना करते हुए उनकी लंबी उम्र के लिए यम देव की विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की, फिर बहनों ने घर आकर अपने भाइयों के लिए अमर पीठा का पकवान पकाया और अपने भाइयों को अमर पीठा खिलाते हुए उनके अमर होने की मंगल कामना की. मौके पर भाइयों ने बहनों को मिठाई खिलाते हुए उपवास व्रत खुलवाया और उपहार देकर अपनी बहनों का सम्मान किया. मान्यता है कि भैया दूज के अवसर पर यम देवता की पूजा करने से भाइयों पर आने वाली सभी बुरी बलाएं टल जाती हैं और दीर्घायु की प्राप्ति होती है.
इस अवसर पर विशेष रुप से ग्रामीण क्षेत्रों में भाई पोटा का त्यौहार मनाया गया. बहनों ने परंपरागत तरीके से पूजा अर्चना करते हुए अपने भाइयों की कलाई में रक्षा सूत बांधे. उनकी लंबी उम्र की मंगल कामना करते हुए उन्हें पीठा पकवान खिलाया.
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