धनबाद(DHANBAD): धनबाद, गिरिडीह, रांची और जमशेदपुर में गुरुवार की शाम चुनाव प्रचार थम जाएगा. इन चारों सीटों पर 25 मई को वोट डाले जाएंगे. गुरुवार की शाम से प्रत्याशियों को केवल डोर टू डोर जनसंपर्क करने की ही अनुमति रहेगी. 25 मई को झारखंड के जिन चार सीटों पर मतदान होगा, वह चारों सीटें एनडीए के लिए भी महत्वपूर्ण है तो इंडिया ब्लॉक के लिए भी कम महत्वपूर्ण नहीं है. रांची में भाजपा ने सिटींग एमपी पर ही भरोसा जताया है. गिरिडीह से आजसू के टिकट पर चंद्र प्रकाश चौधरी चुनाव लड़ रहे है. धनबाद में भाजपा ने उम्मीदवार बदल दिया है और बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो उम्मीदवार बने है.
गिरिडीह तय करेगा मथुरा का भविष्य
जबकि रांची में इंडिया ब्लॉक ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय की बेटी को उम्मीदवार बनाया है, तो जमशेदपुर सीट झारखंड मुक्ति मोर्चा के खाते में जाने के बाद विधायक समीर मोहंती को वहां उम्मीदवार बनाया गया है. जबकि गिरिडीह में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने टुंडी के विधायक मथुरा प्रसाद महतो को उम्मीदवार बनाया है और धनबाद सीट पर विधायक अनूप सिंह की पत्नी अनुपमा सिंह कांग्रेस की उम्मीदवार है. यह चारों सीट पक्ष और विपक्ष दोनों के लिए महत्वपूर्ण है. रांची से संजय सेठ जोर लगाए हुए हैं तो पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय की प्रतिष्ठा भी दांव पर है. क्योंकि अगर यह सीट उनकी बेटी नहीं जीत पाती है तो परिस्थितिया कुछ अलग हो सकती है. इस तरह जमशेदपुर सीट भी भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि जमशेदपुर सीट जीतने के लिए ही भाजपा ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा को पार्टी में शामिल करा कर उन्हें उम्मीदवार बनाया है.
गिरिडीह में सुदेश महतो की प्रतिष्ठा दांव पर
तो गिरिडीह से चंद्र प्रकाश चौधरी की प्रतिष्ठा के साथ-साथ सुदेश महतो की प्रतिष्ठा भी दांव पर है. धनबाद के भाजपा उम्मीदवार ढुल्लू महतो का गृह जिला बाघमारा विधानसभा गिरिडीह में ही आता है. इसलिए गिरिडीह की प्रतिष्ठा भी धनबाद से जुड़ गई है. धनबाद में तीन बार के सांसद रहे पशुपतिनाथ सिंह का टिकट काटकर बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है तो कांग्रेस ने बेरमो विधायक अनूप सिंह की पत्नी को उम्मीदवार बनाया है. धनबाद की स्थिति यह है कि पक्ष और विपक्ष दोनों को भितरघात का खतरा सता रहा है. पशुपतिनाथ सिंह का टिकट कटने से कुछ लोग नाराज हैं तो कांग्रेस में भी अनुपमा सिंह को टिकट मिलने से सब कोई खुश नहीं है. इधर, धनबाद के विधायक राज सिन्हा को कारण बताओं नोटिस मिल गया है. धनबाद के पांच मंडल अध्यक्षों को भी नोटिस दी गई है. इधर , मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जमशेदपुर पहुंचे थे.
झारखण्ड मुक्ति मोर्चा और मजबूत होकर उभरा
उन्होंने सीधा आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन को जेल में डालकर झारखंड मुक्ति मोर्चा को खत्म करने की साजिश रची गई, लेकिन इसका उलटा असर हुआ और झारखंड मुक्ति मोर्चा और मजबूत हुआ. झारखंड में गठबंधन की सरकार अपदस्त भी नहीं हुई और न झारखंड मुक्ति मोर्चा में कोई टूट हुआ. बल्कि हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी से झारखंड मुक्ति मोर्चा और मजबूत हुआ है. इधर, बोकारो में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जनसंघ के जमाने से ही भाजपा सिद्धांत की राजनीति करती आई है. कश्मीर में धारा 370 हटाने की हमने सिर्फ बात नहीं की बल्कि हटाया भी. इसी सभा में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आजादी के बाद से ही झारखंड राज्य गठन की मांग हो रही थी लेकिन इस मांग को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने पूरा किया. झारखंड राज्य गठन से पहले इस राज्य की हालत खराब थी. उन्होंने आरोप लगाया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार में राज्य की खनिज संपदा को लूटा गया है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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