वेस्ट बोकारो (WEST BOKARO) : मांडू प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत लइयो दक्षिणी पंचायत के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोसी स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने वाले 80 बच्चों को प्रतिदिन भोजन नहीं मिल पा रहा है. यहां पढ़ने वाले बच्चों की माने तो स्कूल में शिक्षक और प्राचार्य के आने-जाने की कोई पक्का समय नहीं है. यहां की व्यवस्था तो भगवान भरोसे ही टीकी हुई है. इस विद्यालय की दीवारें जर्जर अवस्था में हैं, जो कभी भी दुर्घटना का रूप ले सकती है.
सभी बच्चों के भोजन के लिए कम पड़ जाती है 3.50 क्विंटल चावल
वहीं इस संबंध में प्राचार्य तिवारी कुमार टॉपो से सवाल पर उन्होंने कहा कि स्कूल की मरम्मत के लिए सालाना 25,000 राशि प्राप्त होती है. इसी में स्कूल की रंग रोहन, दीवार, छत, खिड़की, दरवाजा, कुर्सी सहित अन्य सामग्री की मरम्मत किया जाता है. उन्होंने आगे बताया कि वर्तमान में बच्चों को भोजन नहीं मिल पाने का मुख्य कारण स्कूल में चावल का खत्म हो जाना है. साल में हर तीन माह के बाद 3.50 क्विंटल चावल ही प्राप्त होती है. इसमें एक किलो चावल में दस बच्चों के बीच खाना परोसा जाता है. वहीं चावल खत्म होने के बाद एक दो बार दूसरे स्कूल से चावल मांगकर भोजन पकाया गया है. स्कूल परिसर में मंगलवार को चावल प्राप्त होगी. इसके उपरांत प्रतिदिन भोजन पकाया जाएगा.
दिखावे का बन कर रह गया स्कूल
विद्यालय की ऐसी दुर्दशा देख कर तो ऐसा ही लगता है कि मानो यहां सरकारी स्कूल के नाम पर केवल खाना-पूर्ती हो रही हो. दिखाने भर के लिए स्कूल तो है लेकिन अक्सर शिक्षक यहां से नदारत दिखते हैं. बच्चों के बैठने के लिए चार दीवारी तो है लेकिन न जाने वह कब उन बच्चों पर ही गिर जाए. बच्चों को स्कूल तक लाने के लिए सरकार ने जिस मिड डे मील की शुरूआत की थी, वह भी यहां बच्चों को नसीब नहीं हो पा रहा है. देखना है कि ऐसी स्थिति में कितने बच्चें पढ़-लिख कर अपना जीवन सवार पाते हैं.
रिपोर्ट : जयंत कुमार, रामगढ़
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