TNP DESK: मशहूर टीवी कलाकार हीना खान ने जब सोशल मीडिया खुद को ब्रेस्ट कैंसर होने की जानकारी दी, तो उनके फैंस को बेहद ही बड़ा झटका लगा था. हीना खान ने लोग के दिलों में साल 2009 में “ये रिश्ता क्या कहलाता है” की अक्षरा से सबके दिलों मे अपनी जगह बना ली थी. लेकिन जबसे उन्होंने कैंसर की खबर को साझा किया है तब से फैंस उनके जल्दी ठीक होने के लिए प्रार्थना कर रहे है. लगातार हीना खान अपने सोशल मीडिया पर अपने कैंसर के इलाज के दौरान हो रही चीजों को भी बता रही है. अभी हाल ही में उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो साझा की जिसमें उन्होंने अपने पहली कीमोथेरपी की वीडियो को साझा किया है. जिसमें वो एक जगह अवार्ड लेते नजर आ रही, तो उसके बाद तुरंत अस्पताल में... तो आइए आज आपको हम इस खबर मे बताते है कि किस तरह से कीमोथेरपी की मदद से कैंसर का इलाज होता है.
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कब होती है कीमोथेरपी की जरूरत
एक्स्पर्ट्स के अनुसार अगर हम मानें तो कीमोथेरपी की जरूरत कैंसर के इलाज मे होता है. लेकिन हर कैंसर में हमें कीमोथेरपी की जरूरत नहीं होती है. कीमोथेरपी की जरूरत किस मरीज को कब होती है ये डॉक्टर तय करते है. जैसे ब्लड कैंसर का इलाज सिर्फ कीमोथेरपी से ही हो सकता है. उसके बाद मरीज की स्थिति को देखते हुए डॉक्टर आगे इलाज क बढ़ते है.
कब दिया जाता है किमोथेरपी
कुछ कैंसर के इलाज के लिए सर्जरी की जरूरत होती है. तब सर्जरी से पहले कीमोथेरपी दी जाती है. ताकि उस बीमारी से जूझ रहे इंसान को थोड़ा मजबूत किया जाए. ताकि उसका पूरे तरीके से इलाज हो सके. कई बार ऐसा भी होता है, कि मेन सर्जरी के मुताबिक भी कीमोथेरपी देने का निर्णय लिया जाता है.
रेडियशन के साथ दी जाती है किमोथेरपी
डॉक्टर के अनुसार, अक्सर ऐसा माना जाता है कि अगर कैंसर के मरीज को रेडिएशन के साथ-साथ कीमोथेरेपी भी दी जाए तो मरीज के शरीर में रेडिएशन अच्छे से काम करता है, जिससे कीमोथेरेपी भी अच्छे से काम करती है. इससे मरीज के स्वास्थ्य में भी बदलाव देखने को मिलता है और कैंसर के इलाज में मरीज को यह देखकर कीमोथेरेपी दी जाती है कि कैंसर कहां है और किस प्रकार का है. इसीलिए कैंसर के इलाज में कीमोथेरेपी को महत्वपूर्ण माना जाता है.
नोट:- इस खबर की पुष्टि THE NEWS POST नहीं करता है. ये खबर मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लिखी गई है.
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