गिरिडीह(GIRIDIH): राज्य सरकार द्वारा लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी लाभ पहुंचाने का काम कर रही है. इसी कड़ी में जांच के दौरान सरकार की ओर से एक अधिकारी को कार्यमुक्त कर दिया गया हैं. दरअसल गिरिडीह पीएचईडी-1 के कार्यपालक अभियंता कुमार नीरज को गुरुवार को निलंबित कर दिया गया है. बता दें कि भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाते हुए राज्य सरकार ने उन्हें कार्य मुक्त कर दिया है.
फर्जी बिल दिखाकर सरकार से करोड़ों की ठगी
जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि राज्य सरकार द्वारा उड़न दस्ता गठित टीम के द्वारा ग्रामीण इलाकों में जांच किया गया, जहां पता चला कि ग्रामीण इलाकों में पेयजल की योजना धरातल पर नहीं उतरी है और कार्यपालक अभियंता की ओर से फर्जी बिल दिखाकर सरकार से करोड़ों की राशि ठगी गई है.
पीएचईडी के मुख्यालय में भेजा फर्जी बिल
कार्यपालक अभियंता कुमार नीरज पर यह भी आरोप है कि पीएचईडी के मुख्यालय में फर्जी बिल को भेजा गया है. वहीं मामले में जांच के दौरान पाया गया कि योजना उड़न दस्ता टीम को वह बिल नहीं मिला है. जिसके कारण राज्य सरकार की ओर से भ्रष्टाचार और जलसहियाओं का बकाया राशि घोटाला करने के आरोप में कुमार नीरज को निलंबित कर दिया गया.
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