गुलियन-बैरे सिंड्रोम बीमारी से पुणे शहर में मचा हड़कंप, जानिए क्या होता है ये और इसके लक्षण

टीएनपी डेस्क: महाराष्ट्र के पुणे में जब से नई बीमारी ने दस्तक दी है लोगों में काफी डर बैठ गया है. इस बीमारी का नाम है गुलियन बैरे सिंड्रोम. जब से इस बीमारी ने पुणे में दस्तक दी है महाराष्ट्र सरकार भी एक्शन मोड में है. स्वास्थ्य विभाग ने इसको लेकर एक टीम गठित किया है. वही इस गुलियन बैरे सिंड्रोम के मामले को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग कई कदम उठा रहे हैं
गुलियन बैरे सिंड्रोम क्या है
गुलियन बैरे सिंड्रोम (GBS) एक दुर्लभ स्थिति है जिसके कारण मनुष्य के शरीर में अचानक से सुन्नता और मांसपेशियों में कमजोरी महसूस होती है. इसके साथ ही आंखों से भी दिखाई देने में भी लोगों को परेशानी होती है. आम लक्षणों में कमज़ोरी और हाथ- पैर में झुनझुनी शामिल है. मांसपेशियों में कमजोरी के कारण लोगों को चलने में भी कठिनाई होती है.
किन लोगों को GBS से ज़्यादा ख़तरा
डॉक्टरों के मुताबिक़ इस बीमारी से ज़्यादातर बच्चे और युवा ग्रसित हो रहे हैं. अधिकांश संदिग्ध मरीजों की उम्र 12 से 30 वर्ष की बीच है. हालांकि कुछ मामलों में ज़्यादा उम्र के मरीज़ भी शामिल हैं. इसलिए गुलियन बैरे सिंड्रोम से सभी को सचेत रहने की जरूरत है.
क्या कहते हैं डॉक्टर
वह इस मामले में डॉक्टरों ने कहा है कि यह कोई बहुत गंभीर बीमारी नहीं है. यह जीवाणु और वायरल संक्रमण के कारण बनता है .हालांकि जिन क्षेत्र में इसके ज्यादा प्रभावित मरीज मिल रहे हैं वहां पर स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार निरीक्षण कर रही है. सैंपल को इकट्ठा किया जा रहा है और जांच भी की जा रही है. इसके साथ ही मरीजों के ब्लड सैंपल्स को लेकर टेस्ट के लिए भेजा जा रहा है. प्रभावित क्षेत्रों में पानी का सैंपल लेकर उसकी जांच की जा रही है. डॉक्टर ने कहा है कि यह कोई महामारी नहीं है ज्यादातर मरीज इससे बहुत जल्दी ही ठीक हो जाते हैं.
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