धनबाद(DHANBAD): धनबाद में क़त्ल ,क़त्ल और कत्ल, गाजर-मूली की तरह काटे या मारे जा रहे है लोग. बात-बात में फायरिंग झोंक दी जा रही है. पुलिस अभी एक हत्या का खुलासा नहीं कर पा रही है कि दूसरी घटना कर दी जा रही है. राह चलते लोगो को गोली मार दी जा रही है. रंगदारी के लिए फायरिंग कर दी जा रही है. कारोबारियों से लेकर आमजन दहशत में जी रहे हैं. निरसा के कालूबथान की घटना में तो पकड़ कर नजदीक से गोली मार देने की बात सामने आ रही है. सोमवार की देर रात कालूबथान के सालुकचपडा मोड़ के पास पत्थर कारोबारी अशोक गोप की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. अशोक गोप को सटाकर नजदीक से तीन गोलियां मारी गई है. घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई. इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है. मंगलवार की सुबह लोगों ने देखा कि मंदिर के समीप रोड के ठीक बगल में एक लाश पड़ी हुई है. इसकी सूचना तत्काल कालूबथान पुलिस को दी गई.
पकड़ कर सीने और सिर में मारी गई गोलियां
पुलिस भी बिना देर किए घटनास्थल पर पहुंची, उसके बाद छानबीन शुरू की गई, तो पता चला कि यह लाश बलियापुर के मोको निवासी अशोक गोप की है. लोगों ने आशंका व्यक्त की है कि देर रात को पकड़ कर सीने और सिर पर गोलियां मारी गई है. घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई. लाश को वहीं छोड़कर हत्यारे चलते बने. मृतक अशोक गोप के बारे में पता चला है कि वह पिछले पांच वर्षों से गोबिंदपुर के भुईंफोड़ में किराए के मकान में अपने परिवार के साथ रह रहे थे. विशुद्ध रूप से वह व्यवसाई थे और पत्थर के कारोबार से जुड़े हुए थे. लीज पर माइंस लेकर पत्थर सप्लाई का काम दशकों से कर रहे थे. हत्या किसने की, क्यों की? इसकी जांच अभी पुलिस कर रही है. लेकिन इस हत्याकांड को लेकर जितनी मुंह, उतनी तरह की बातें हवा में तैर रही है. देखना है पुलिस की जांच में शक की सूई किस ओर घूमती है.
रिपोर्ट: विनोद सिंह, धनबाद (निरसा )
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