पटना(PATNA): बिहार विधानमंडल मानसून सत्र के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री के विवादित बयान ने बिहार सहित पूरे देश की राजनीति को गर्म कर दिया है. पहले जनसंख्या नियंत्रण को लेकर जिस तरह से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं के प्रति अपशब्द भाषा का प्रयोग किया था, उसके बाद से लगातार मुख्यमंत्री की चारों ओर आलोचना हो रही थी.
नीतीश कुमार ने महिलाओं के साथ जीतन राम मांझी को भी किया है अपमानित
वहीं दूसरे दिन नीतीश कुमार ने अपनी गलती मानते हुए माफी भी मांगी.लेकिन इनकी माफी का लोगों पर और नेताओं पर कोई असर नहीं पड़ा.अभी ये मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर उसी अंदाज में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को भी भरे सदन में तू तड़ाक करते हुए अपमानित कर दिया.इसके बाद जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार के खिलाफ आंदोलन शुरु कर दिया. और आज पटना में मौन प्रदर्शन कर रहे है.
हर सरकारी प्रोग्राम में मीडिया की एंट्री को बंद कर दिया है.
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री अपने विवादित बयानों के बचाव में सफाई नहीं दे पा रहे है, तो सारा दोष मीडिया पर लगाकर उन्होंने हर सरकारी प्रोग्राम में मीडिया की एंट्री को बंद कर दिया है. साथ ही उन्होंने मीडिया से दूरी भी बना ली है. आज भूतपूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 134 वीं जयंती पर नीतीस कुमार पटना के बेली रोड स्थित नेहरू पार्क में आदमकद प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन देने पहुंचे. जहां मीडिया कर्मियों को अंदर जाना बैन था, वहीं जब उनसे सवाल पूछने पत्रकार पहुंचे, तो उन्होने कोई जवाब नहीं देते हुए गाड़ी में बैठकर आगे बढ़ गये.
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