मुजफ्फरपुर (MUZAFFARPUR) : हमेशा हाथों में बंदूक लेकर चोर पुलिस खेलने वाली बिहार पुलिस का नया चेहरा सामने आया है. मुजफ्फरपुर के पुलिस ने अब हथियार के साथ-साथ कलम भी उठा ली है. एक पुलिस जवान ने अपने इलाके में बच्चों की पढ़ाई के लिए एक खास पहल की है. इस पहल से वे थाना परिसर में रेड लाइट एरिया के बच्चों को शिक्षित कर रहे है. वहीं सामाजिक कार्यकर्ता नसीमा खातून अनोखे पहल की सूत्रधार बनी जिसका साथ मुजफ्फरपुर के ए एस पी अवधेश सरोज दीक्षित ने दिया.
खास कदम से उन्हें पढ़ने का अवसर
मुजफ्फरपुर की पुलिस अब थाना के रेड लाइट एरिया के बच्चों को शिक्षित करने का काम कर रही है. मोहल्ले में जिस थाने की पुलिस को देखते ही बच्चे डरते थे, आज वह बच्चे उन्हीं के जैसा बनना चाहते है. यहाँ स्तिथि ऐसी है कि इस इलाके के गरीब परिवार के बच्चे ढंग से पढ़ लिख नहीं पा रहे थे वे समाज से वंचित थे. उन्हें कोई पूछने वाला नहीं है. लेकिन, इस खास कदम से उन्हें पढ़ने का अवसर मिल रहा है.
बेहतर पुलिसिंग के साथ-साथ पाठशाला
शहर के स्लम और रेड लाइट एरिया के वंचित समाज के बच्चो के बीच शिक्षा की दीप जलाई गई है. कन्हौली टीओपी में बेहतर पुलिसिंग के साथ-साथ पाठशाला खोली गई. स्कूल की छुट्टी के बाद दोपहर में टीओपी के अंदर बच्चों के लिए मुफ्त में क्लास चलाई जा रही है. बच्चों को पढ़ने के लिए पूरी क्लास रूम के तरह व्यवस्था की गई है. इसमें पहली से लेकर आठवीं क्लास के बच्चों के क्लास चल रहे है.
बच्चों को मिली ये सारी सुविधा
इस खास पाठशाला में करीब दो दर्जन से अधिक बच्चे पढ़ाई करने आ रहे हैं. इसे पुलिस पाठशाला का नाम दिया गया है. इस पाठशाला में पुलिसकर्मी, अलग स्कूल के टीचर भी क्लास देते है. बच्चो को पढ़ने के लिए पेन, पेंसिल समेत अन्य सामान भी उपलब्ध कराए गए हैं. थाने के बगल में खाली जगह को टेंट से घेर दिया गया है. जिसे पूरी तरीके से क्लास का रूप दिया गया. क्लासरूम के दीवार पर अल्फाबेट, ककहरा, टेबल और राइम्स बोर्ड भी लगाया गया है. फर्श पर बैठ कर बच्चों को पढ़ने के लिए ग्रीन मैट बिछाए गए है, ताकि बच्चों को ठंड का एहसास न हो.
पांच बच्चों से क्लास शुरू
कन्हौली टीओपी पर शुरू हुई यह पुलिस पाठशाला चर्चा का केंद्र बना हुआ है. शहरवासी भी जिला पुलिस की इस पहल की काफी सराहना कर रहे हैं. प्रतिदिन क्लास में बच्चों की संख्या में इजाफा हो रहा है. वही, इलाके के लोगों का कहना है कि इसके बाद बच्चों में पढ़ने की इच्छा भी जागी है. करीब एक माह पहले यह क्लास पांच बच्चों से शुरू हुई थी, बच्चों को पढ़ाने के लिए रोज नये-नये टीचर आते हैं. इतना ही नही यहाँ पुलिसकर्मी भी पढ़ाते है. इसके अलावा, बच्चों को पुलिसकर्मियों के कार्यशैली भी बताई गई.
इसे लेकर शहर के एएसपी नगर अवधेश सरोज दीक्षित ने बताया की स्लम, रेड लाइट एरिया में रहने वाले गरीब परिवार के बच्चे जो कोचिंग या होम ट्यूटर से नहीं पढ़ सकते हैं, उनको कन्हौली टीओपी में मुफ्त में दोपहर के साढ़े तीन बजे से शाम पांच बजे तक पढ़ाया जा रहा है.
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