कैमूर (KAIMUR) : देश में थाई मांगुर मछली के बिक्री पर रोक लगने के बावजूद कैमूर जिले से एक ट्रक थाई मांगुर मछली जब्त किया गया है. जिसे कोलकाता से लोड कर दिल्ली के लिए ले जाया जा रहा था. इस दौरान पुलिस की कार्रवाई देख ट्रक का चालक ट्रक छोड़कर फरार हो गया. वही दुर्गावती पुलिस ने इसकी सूचना जिला मत्स्य पदाधिकारी को दी. जिसके बाद मत्स्य विभाग टीम द्वारा मछलियों को नदी के तट पर गिरा दिया गया. जिसके बाद मछली लूटने के लिए ग्रामीणों की होड़ मच गई. अब सवाल ये उठ रहा हैं कि जब इसे पूरे भारत में बैन कर दिया गया है तो सोचने वाली बात है कि कोलकाता से दिल्ली कैसे जा रहा था और जब पकड़ा भी गया तो उसे जमीन दोज करने के नाम पर इतनी बड़ी लापरवाही क्यों बरती गई. फिलहाल इस पूरे मामले में कार्यवाई जारी है.
जमीन दोज किया गया
मत्स्य प्रसार पदाधिकारी अभय रंजन गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि मांगुर मछली जो पूरे देश में प्रतिबंधित है इसके बावजूद एक ट्रक पाया गया जिसमें ये मछली पाई गई है. वहीं ट्रक चालक फरार है. सबसे गंभीर समस्या तो यह है कि इसके खाने से कैंसर जैसी बीमारियां होती है. इसी कारण इसे पकड़ने के बाद जमीन दोज किया जा रहा है. गाड़ी नंबर के आधार पर ट्रक मालिक और चालक पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई की जा रही है.
भारत में 22 साल पहले बैन
वर्ष 2000 में पूरे भारत में थाई मांगुर मछली के पालन और बिक्री पर रोक लगा दी गई. इस मछली के सेवन से कैंसर जैसी घातक बीमारियों का खतरा रहता है. यह मछली पूरी तरह से मांसाहारी होती है और इसके मांस में 80 फ़ीसदी तक लेड और आयरन की मात्रा होती है. इसलिए इसके आहार से शरीर में आर्सेनिक, कैडमियम, क्रोमियम, मरकरी, लेड की मात्रा बढ़ जाती है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है. कैंसर संबंधी बीमारियों के साथ-साथ यूरोलॉजिकल, लीवर की समस्या, पेट एवं प्रजनन संबंधी बीमारियों के लिए भी यह घातक है
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